Jabalpur. ईओडब्ल्यू जांच की आंच में झुलस रहे एआरटीओ संतोष पॉल को राज्य सरकार ने को हटा दिया है। उन्हें एआरटीओ पद से हटाते हुए संभागीय परिवहन कार्यालय जबलपुर में अटैच किया गया है। वहीं उनके स्थान पर जितेंद्र शर्मा को जबलपुर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। बता दें कि बीते दिनों संतोष पॉल के घर पर ईओडब्ल्यू द्वारा की गई छापेमार कार्रवाई में आय से 650 गुना अधिक संपत्ति का पता चला था। जिसके बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि सरकार उनके खिलाफ कोई कार्रवाई करेगी।
खुद को बताया था पाक साफ
हाल ही में एक यूट्यूब चैनल में अपना पक्ष रखते हुए संतोष पॉल ने अपने ऊपर लगाए आरोपों को सिरे से खारिज किया था। उन्होंने जांच में मिली हर संपत्ति का ब्यौरा ईओडब्ल्यू को बताने की बात कही थी। वहीं जाति प्रमाण पत्र के विवाद को भी नकार दिया था और जांच के लिए तैयार रहने का दम भरा था।
पत्नी पर नहीं हुई कार्रवाई
वहीं दूसरी तरफ एआरटीओ संतोष पाल की पत्नी के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। ईओडब्ल्यू को संतोष पॉल और उनकी पत्नी रेखा पॉल दोनों के खिलाफ शिकायत मिली थी। जांच में भी मिली संपत्ति में करीब आधी संपत्ति रेखा पॉल की थी। बता दें कि रेखा पॉल आरटीओ विभाग में बतौर क्लर्क कार्यरत हैं।
जांच में 5 मकान, फार्म हाउस का लगा था पता
ईओडब्ल्यू को जांच में जबलपुर के शताब्दीपुरम इलाके करीब 4 करोड़ कीमती आलीशान बंगले, जिसमें स्वीमिंग पूल और मिनी थियेटर था के अलावा 5 मकान और फार्म हाउस के दस्तावेज बरामद हुए थे। इसके अलावा पॉल के घर से 16 लाख रुपए नगद भी बरामद किए गए थे। ईओडब्ल्यू सूत्रों की मानें तो अभी भी एआरटीओ संतोष पॉल की नामी और बेनामी संपत्ति के संबंध में जांच जारी है। विभाग को यकीन है कि संतोष पॉल ने अब तक मिली संपत्ति से कहीं ज्यादा संपत्ति अर्जित कर रखी है।