संजय गुप्ता, INDORE. मानपुर थाने में आरोपी की मौत के मामले में टीआई विजय सिसोदिया को सस्पेंड कर दिया है। मामले में 5 पुलिसकर्मियों को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है। परिवार ने पुलिस पर आरोपी के साथ बुरी तरह से मारपीट का आरोप लगाया हैं। परिवार का कहना है कि युवक के शरीर पर चोट के भी निशान थे। वहीं मानपुर में चक्काजाम कर रहे लोगो की वीडियोग्राफी कर रहे सिपाही के साथ मारपीट करके कैमरा तोड़ दिया गया।
पुलिस ने कहा तबीयत बिगड़ी
मानपुर पुलिस ने पेट्रोल पंप पर डकैती की योजना बनाने के मामले में अर्जुन सिंगारे को पकड़ा था। शनिवार सुबह पुलिस उसे लूट के मामले में रिकवरी करने ले जा रही थी। पुलिस का कहना है तबीयत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई थी। इस घटना के बाद काफी हंगामा हुआ। परिवार के लोगों ने पुलिस की मारपीट से मौत का आरोप लगाया। अर्जुन की मां ने बताया कि बेटे को उन्होंने पुलिस के सामने पेश किया था। थाने पहुंचकर उन्होंने टीआई से गुजारिश की तब बेटे से मिलने दिया गया।
परिजन बोले पुलिस की पिटाई से हुई मौत
परिजन बोले कि बेटे ने बताया था कि पुलिस वाले काफी मारपीट कर रहे हैं। थाने में बंद अन्य आरोपियों से भी उसकी पिटाई करवाई गई। पुलिस वाले उसे मार देंगे। अर्जुन के लिए खाना और चाय लेकर मां गई थी। ये भी बेटे को देने नहीं दिया और पुलिस ने भगा दिया था। परिवार की मानें तो उन्होंने अर्जुन के शरीर पर चोट के निशान देखे हैं। एमवाय अस्पताल में अर्जुन का पोस्टमार्टम हुआ है। पीएम रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि उसकी मौत किस वजह से हुई है।
मामले में मजिस्ट्रियल जांच जारी
एसपी ग्रामीण भगवत सिंह विरदे ने बताया कि मामले में मजिस्ट्रियल जांच की जा रही है। मानपुर थाने के पांच पुलिसकर्मियों को पहले ही सस्पेंड किया चुका है। अब इस मामले में टीआई विजय सिसोदिया को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
आरोपी पर 8 केस दर्ज
आरोपी अर्जुन पर मारपीट, लूट और डकैती की योजना सहित आठ केस दर्ज हैं। पुलिस को उसके पास से 8 लाख रुपए कीमत की बाइक भी मिली थी। 1 महीने पहले जानापाव के पास हुई 80 हजार रुपए की लूट के मामले में वो फरार था। इसी मामले में पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी। ये भी पता चला है कि अर्जुन पुलिस से विवाद करने से भी नहीं चूकता था। पुलिस उसकी तलाश में रहती थी लेकिन वह हाथ नहीं आता। कोई पुलिसकर्मी उसे फोन करता तो वह उसे चुनौती देता की वह उसे गिरफ्तार करके दिखाएं। सोशल मीडिया पर पिस्टल के साथ वीडियो भी पोस्ट करता था। इंस्ट्राग्राम पर भी वो पुलिस को चुनौती देता था कि 2 घंटे ज्यादा उसे रख नहीं पाएंगे। उज्जैन के बदमाश दुर्लभ कश्यप की तरह वो अपनी गैंग बनाना चाहता था। उसी की तरह वो फेमस होने के लिए वो वारदात करता था।
सिपाही से मारपीट, कैमरा तोड़ा
अर्जुन की मौत के बाद जब शव लेकर परिजन मानपुर पहुंचे थे। उन्होंने एबी रोड पर चक्काजाम कर दिया था। इस दौरान विशेष शाखा में पदस्थ सिपाही सुमित गुर्जर लाइव वीडियो सर्विलेंस कैमरे से वीडियोग्राफी कर रहा था। तब भीड़ में मौजूद दो दर्जन से ज्यादा लोगों ने उसे घेर लिया। उसके साथ मारपीट की और पत्थर भी मारे। बाद में उसका कैमरा छीनकर तोड़ दिया। इस मामले में मानपुर पुलिस ने सुमित की रिपोर्ट पर अज्ञात लोगों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा और बलवा का केस दर्ज किया है।