Katni. आमतौर पर आपने पुलिस के दरोगा का कड़क रूप ही देखा होगा, लेकिन खाकी वर्दी के भीतर कुछ पुलिसवालों में काफी कोमल दिल भी होता है। यह बात साबित की है रीवा के सुहागी थाना के टीआई ओपी तिवारी ने। तिवारी ने सालों बाद जब अपने स्कूल पहुंचकर वहां की हालत देखी तो खुद को मिले शिक्षादान की गुरूदक्षिणा देने उन्होंने स्कूल में कई कुर्सियां और टेबिलें दान कर दीं।
ओ.पी. तिवारी जिला रीवा के थाना सुहागी में टी.आई के पर पदस्थ हैं जो मूल रूप से देवरी टोला के निवासी हैं। जिले के प्राथमिक शाला देवरी टोला में छात्रों जो टाट- पट्टी में बैठते थे वे अब जनभागीदारी से मिली कुर्सी -टेबिल में बैठकर पढ़ाई करेंगे। दरअसल कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने जिले के स्कूलों को बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने जनभागीदारी अभियान शुरू किया है। जिससे प्रेरित होकर टीआई तिवारी ने 25-25 कुर्सी टेबल और पंखा भेंट किया।
टीआई ओपी तिवारी ने कहा कि वे इसी स्कूल से पढ़े हैं, ऐसे में स्कूल के प्रति अपने नैतिक दायित्व को महसूस करते हुए मैंने फर्नीचर देकर थोड़ा सा सहयोग किया है। उन्होंने कहा कि आर्थिक रूप से सक्षम सभी व्यक्तियों को जिस स्कूल से शिक्षा ली है,उस स्कूल में सुविधाओं के विकास के लिए हर संभव मदद करनी चाहिए ।
कलेक्टर ने भी स्कूल को फर्नीचर भेंट करने पर टीआई की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्कूलों में अधोसंरचना विकास और बुनियादी संसाधनों की उपलब्धता के लिए समाज के सक्षम लोगों के आगे आने से शैक्षणिक परिवेश में बदलाव आएगा। उन्होंने अभियान के उद्देश्य के संबंध में बताया कि हर व्यक्ति को जहां से वह शिक्षा लेता है ,उस स्कूल के प्रति मन में लगाव और अपनापन होता है ।ऐसे में यदि स्कूल से पढ़कर आर्थिक रूप से सक्षम बना व्यक्ति अपने स्कूल के लिए थोड़ी भी मदद करते हैं तो छात्रों के लिए बेहतर बुनियादी सुविधाएं आसानी से मिल सकेंगी।