BHOPAL. शिक्षक दिवस पर मध्यप्रदेश के शिक्षकों ने सरकार से नियमितिकरण और वेतन वृद्धि की मांग की। राजगढ़ और गुना में शिक्षकों ने मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। मध्यप्रदेश में 70 हजार अतिथि शिक्षक हैं। वे पिछले 14-15 सालों से बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। शिक्षक लंबे समय से नियमितिकरण और वेतन वृद्धि की मांग कर रहे हैं।
राजगढ़ में सीएम के नाम सौंपा ज्ञापन
राजगढ़ में अतिथि शिक्षकों की संख्या करीब 3 हजार है। अतिथि शिक्षक मांग कर रहे हैं कि उनकी पात्रता परीक्षा लेकर उन्हें नियमित किया जाए। अतिथि शिक्षकों की मांग है कि 12 महीने के सेवाकाल पूरा करने वाले शिक्षकों की वेतन वृद्धि की जाए। राजगढ़ के अतिथि शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह नागर ने बताया कि हमने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया है जिसमें सरकार को 15 दिन का समय दिया है।
गुना में अतिथि शिक्षकों और वनकर्मियों ने सौंपा ज्ञापन
गुना में वन कर्मचारी संघ और आजाद शिक्षक संघ के बैनर तले वनकर्मियों और शिक्षकों ने अपनी-अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में वनकर्मचारियों के संगठन और अतिथि शिक्षकों की अपनी-अपनी समस्याओं की मांगों को लेकर आमद रही। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग समय में लिखित मांगों के ज्ञापन की कॉपी कलेक्टर और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम सौंपी। अतिथि शिक्षकों ने कहा कि वे सालों से अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य कर रहे हैं। कार्य अनुभव के आधार पर अतिथि शिक्षकों की विभागीय पात्रता की परीक्षा लेकर नियमित प्राथमिक, माध्यमिक और उपमाध्यमिक शिक्षक बनाया जाए। वन कर्मचारी संघ के बैनर तले गुना की समस्त रेंजों के रेंजर और कर्मचारियों ने अपनी मांगों के साथ लटेरी मामले में पुलिस और सरकार को जमकर कोसा। वनकर्मियों ने सुरक्षा की मांग की।
( राजगढ़ से बीपी गोस्वामी और गुना से नवीन मोदी की रिपोर्ट )