विनोद यादव, SEONI. सिवनी में पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर जिले के अध्यापकों ने जिला मुख्यालय में धरना-प्रदर्शन किया। शनिवार को प्रदर्शन के छठवें दिन अध्यापकों ने नगर में रैली निकाल कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के बैनर तले किए जा रहे इस प्रदर्शन और रैली में अध्यापकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अध्यापकों ने एक स्वर में नारे लगाए कि, दिग्गी भी पछताया था, मामा भी पछताएंगे। इस रैली में सैकड़ों की संख्या में महिला अध्यापक शामिल हुईं। बता दें कि, अध्यापकों का विरोध प्रदर्शन सिवनी शहर के अंबेडकर चौक में 19 सितंबर से किया जा रहा है।
यह है मांग
विरोध प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों का कहना है कि पुरानी पेंशन की बहाली सरकार को करना चाहिए। साथ ही नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता देने, क्रमोन्नति, पदोन्नति, अनुकंपा नियुक्ति सहित अन्य विभिन्न मांगों को पूरा करना चाहिए। अध्यापकों ने बताया कि बीते 3 से 4 सालों से लगातार अपनी मांगों को शासन के समक्ष रखने के बाद मांग पूरी नहीं हुई, ऐसी स्थिति में प्रदेशभर में अध्यापक हड़ताल में हैं। अध्यापकों ने बताया कि सरकार ने एनपीएस व्यवस्था लागू की है, जो शेयर मार्केट पर आधारित व्यवस्था है। इसके कारण सेवानिवृत्त होने वाले कई अध्यापकों को वेतन अनुसार पेंशन के नाम पर मात्र 800 से 1200 रुपए तक ही पेंशन दी जा रही है।
प्रदर्शन के साथ रक्तदान
पेंशन बहाली को लेकर चारी धरना प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में शिक्षकों ने रक्तदान भी किया तकरीबन 50 से ज्यादा शिक्षकों ने रक्तदान को लेकर आवेदन भरा था। राज्य अध्यापक संघ के बैनर तले आंदोलन कर रहे शिक्षकों का कहना है कि सरकार जो काम कराना चाहती है करा ले हमारा सब कुछ ले ले लेकिन पुरानी पेंशन को बहाल कर दें ताकि बुढ़ापे में हमारे ओर हमारे परिवार के काम आ सके।
शिक्षा व्यवस्था चौपट
पेंशन बहाली और अनुकंपा नियुक्ति को लेकर सिवनी जिले में शिक्षकों की चल रही हड़ताल मे बड़ी संख्या में शिक्षक शिक्षिकाएं शामिल हो रही हैं ऐसे में सिवनी जिले की शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है बच्चों का भविष्य से खिलवाड़ हो सकता है। सरकार ओर शिक्षकों की इस लड़ाई में खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ सकता है