बुरहानपुर. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के बुरहानपुर (Burhanpur) के रास्तीपुरा में बसंत पंचमी का पर्व हमेशा अनोखे तरीके से मनाया जाता है। यहां के रहने वाले रूपेश महाजन (Rupesh Maharaj) हर साल बसंत पंचमी पर अपने कुलदेवता के मंदिर में कुछ अलग तरह की तैयारियां करते है। इस साल रूपेश महाजन ने अपने कुल देवता के मंदिर की सजावट 50 हजार रूपए के नोटों से की, जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
नोटों की सजावट : रास्तीपुरा (Rastipura) के रहने वाले रूपेश महाजन नामक युवक ने अपने कुलदेवता के मंदिर में बसंत पंचमी पर कुछ हटकर करने के लिए मंदिर को नोटों से सजाया है। रूपेश ने मंदिर (Temple) की दीवारों पर 10 रूपए 20 रूपए और 50 रूपए के नए नोट चिपकाएं हैं। इस सजावट में 50 हजार रूपए लगे। रूपेश को मंदिर सजाने में दो दिन का वक्त लगा।
कुछ नया करना था : बड़ी संख्या में भक्त मंदिर पहुंच रहे हैं। मंदिर को नोटों से सजा देखकर भक्तों में प्रसन्नता दिखाई दी। रूपेश के अनुसार वह हर साल वसंत पंचमी पर अपने कुल देवता के मंदिर में कुछ-न-कुछ सजावट करते हैं। पिछले साल उन्होंने मंदिर पहुंचने के लिए गुफा बनाई थी। इस साल कुछ अलग करने का मन में आया। बहुत सोचने के बाद नए नोटों से मंदिर को सजाने का उपाय दिमाग में आया।
चार महीने का समय लगा : नोट जमा करने में रूपेश को पूरे चार महीने का समय लगा। अलग-अलग बैंकों में जाकर नए नोट को एकत्रित किया। इसके अलावा नए नोटों के संबंध में कुछ व्यापारियों से भी संपर्क किया। रूपेश ने लोगों को बताया कि वह नए नोट को किस लिए इकठ्ठा कर रहा है। इस कारण लोग नए नोट देने के लिए जल्दी राजी हो गए। लोगों ने रूपेश के इस कार्य की सराहना की और लोग मंदिर के दर्शन करने पहुंचे।