KHARGONE. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला पंचायत और जनपद पंचायतों में बीजेपी ने कांग्रेस से राजनीतिक लड़ाई लड़ी और बहुमत के साथ जीत हासिल की लेकिन अब अध्यक्ष पदों के लिए खुद आपस में अपने ही सदस्यों के बीच खींचतान की स्थिति से लड़ रही है। ऐसा ही चौंकाने वाला मामला खरगोन में सामने आया जहां जिला जनपद सदस्य बापू सिंह परिहार पर आधा दर्जन जनपद सदस्यों को गायब करने का सनसनीखेज आरोप लगा है।
बीजेपी जैसी संगठित पार्टी पर सवाल
अब तक सरकार बनाने के लिए विधायकों की हॉर्स ट्रेडिंग की खबरें ही सुर्खियों में थी लेकिन अब इस मामले ने साफ कर दिया कि राजनीतिक पद की चाह खरीद-फरोख्त के कारनामे अब निचले स्तर पर भी होने लगे हैं। हालांकि खरगोन का ये मामला बीजेपी जैसी संगठित पार्टी पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। ये सवाल तब लाजिमी हो जाता है जबकि बीजेपी नेता शंकर बर्डे खुद आरोप लगा है कि जिला जनपद सदस्य बापू सिंह परिहार आधा दर्जन जनपद सदस्यों का किडनैप कर उन्हें परिजनों तक से नहीं मिलने दे रहे हैं। हालांकि बीजेपी जिला अध्यक्ष इस आरोप को सिरे से नकार रहे हैं, वहीं संगठन के निर्देशों के अनुसार ही जनपद अध्यक्ष चुने जाएंगे।
अध्यक्ष और उपाध्यक्षों के चुनाव को लेकर खींचतान
पंचायत निर्वाचन प्रक्रिया का परिणाम घोषित होने के बाद अब जिला और जनपद पंचायतों के अध्यक्षों-उपाध्यक्षों के चुनाव को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। पंचायतों के चुनाव प्रत्यक्ष तौर पर गैर-दलीय आधार पर हुए थे लेकिन इनके मुखिया का चुनाव दलीय राजनीति के दिग्गजों की सरपरस्ती में ही होगा। बीजेपी और कांग्रेस दोनों से प्रत्याशी घोषित नहीं किए गए हैं लेकिन भीतरखाने जमकर खींचतान शुरू हो गई है।
गोगावां में सदस्यों की किलाबंदी
शुक्रवार को गोगावां जनपद में अध्यक्ष पद के लिए सदस्यों की किलाबन्दी का मामला सामने आया। यहां पूर्व सरपंच और बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता शंकर बर्डे समर्थकों के साथ बीजेपी कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने जिलाध्यक्ष राजेन्द्र राठौड़ से मुलाकात करके जिला पंचायत सदस्य चने गए बापू सिंह परिहार पर क्षेत्र के 6 से ज्यादा जनपद सदस्यों की किलाबन्दी का आरोप लगाते हुए मुक्त कराने की मांग की।
बंधक बनाने जैसी कोई शिकायत थाने में दर्ज नहीं
बर्डे ने बताया कि बापू सिंह परिहार की पत्नी भी जनपद सदस्य चुनकर जीती हैं। उसे जनपद अध्यक्ष बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जबकि परिहार खुद जिला पंचायत सदस्य चुने गए हैं। ऐसे में पार्टी उन्हें दोहरा लाभ न दें। जानकारी के अनुसार बर्डे खुद अपनी पत्नी को अध्यक्ष बनाना चाहते हैं। जिलाध्यक्ष राठौर ने बताया फिलहाल किसी के नाम की घोषणा नहीं की है। बीजेपी बड़ा परिवार है, सबको अपनी बात रखने का मौका दिया जाता है। बंधक बनाने जैसी कोई शिकायत किसी भी थाने पर दर्ज नही कराई गई है।