अविनाश नामदेव, विदिशा. विदिशा की वैशाली विल्सन से ठगी करने वाले जालसाज को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यूक्रेन के कीव शहर में फंसी मध्य प्रदेश के विदिशा की छात्रा सृष्टि की मां वैशाली विल्सन से ठगी करने वाले प्रिंस के पास से पुलिस ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का फर्जी आइकार्ड बरामद किया है। उसने खुद को पीएमओ का अधिकारी बता कर 42 हजार रुपए की ठगी की थी। आरोपित प्रिंस(35) को पुलिस गुरुग्राम से गिरफ्तार कर विदिशा लेकर आई है। गौरतलब है 23 फरवरी को सृष्टि की मां वैशाली को दिल्ली से एक फोन आया था, जिसमें फोन करने वाले ने अपना नाम प्रिंस बताते हुए खुद को पीएमओ का अधिकारी बताकर उनकी बेटी और उसकी एक दोस्त का एयर टिकट बुक कराने के लिए 42 हजार रुपए खाते में जमा कराए थे। जब दो दिन बाद भी एयर टिकट के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तो पीडि़ता ने पुलिस की मदद ली।
आरोपी हरियाणा से गिरफ्तार: पुलिस की साइबर सेल ने जालसाज की लोकेशन दिल्ली के आसपास बताई थी। इसी आधार पर पांच पुलिस अधिकारियों की टीम ने 25 फरवरी की दोपहर को आरोपित प्रिंस को गुरुग्राम स्थित किराए के घर से धर दबोचा था। विदिशा लाने के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उससे पूछताछ कर रहे हैं। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि ठग प्रिंस गुरुग्राम में अपनी बूढ़ी मां के साथ एक किराए के मकान में रहता है। उसके पिता की मौत हो चुकी है। वह मूलत: हरियाणा के कैथल का रहने वाला है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बीकॉम तक पढ़े प्रिंस का मुख्य काम लोगों को ठगना था। इसके पहले भी वह फरीदाबाद में ठगी कर चुका है। वहां के पुलिस थाने में प्रिंस के खिलाफ धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज है।
ऐसे की थी ठगी: आरोपित प्रिंस ने पुलिस को बताया कि उसे विदिशा की छात्रा सृष्टि के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी टीवी के जरिये मिली। इसके बाद उसे एक वेबसाइट पर सृष्टि की मां वैशाली के बारे में जानकारी मिली कि वह महंगी एयर टिकट होने के कारण बेटी को वापस नहीं ला पा रही थी। इसी वेबसाइट में बताया गया था कि वैशाली जिला अस्पताल में ब्लड बैंक में कार्यरत है। इसके बाद प्रिंस ने इंटरनेट के जरिए विदिशा जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. संजय खरे का मोबाइल नंबर हासिल किया। डॉ. खरे को फोन कर उनसे वैशाली का मोबाइल नंबर लिया, फिर वैशाली को पीएमओ का अधिकारी बताकर झांसा दिया।