GWALIOR. पुलिस ऑनलाइन लोगों को ठगने वाले सायबर ठगों से बचने के लिए रोज नई नई एडवाइजरी जारी कर रही है लेकिन ठग नित नए तरीके ईजाद कर लोगों को अपना शिकार बनाने से नहीं चूक रहे। ठगी का ताज़ा मामला यहां के सीआरपीएफ ट्रेनिंग केम्प में पदस्थ एक एएसआई बना जिससे सायबर अपराधियो ने सवा लाख रुपये ठग लिए।सीआरपीएफ में पदस्थ एक एएसआई के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया है जिसमें शातिर ठगों ने एएसआई को रिश्तेदार बन कर दो बार मे सवा लाख रुपये ठग लिए जिसके बाद मामले की सूचना क्राइम ब्रांच को दी गई क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
ये है पूरा मामला
एडिशनल एसपी क्राइम ब्रांच राजेश दंडोतिया ने बताया कि माही पाल सिंह जोकि पनिहार स्थित सीआरपीएफ कैंपस में बतौर एएसआई पदस्थ हैं ,उनके पास एक फोन आया था फोन करने वाले ने खुद को उनका रिश्तेदार बताकर मदद मांगी जिस पर सीआरपीएफ के एएसआई ने ₹75000 उन्हें दे दिए। बाद में 7 दिन बाद पैसा वापस करने के लिए उनसे पेटीएम नंबर मांगा तो ₹45000 उनके और निकल गए । इसके बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो उन्होंने पुलिस और क्राइम ब्रांच को मामले की जानकारी दी । क्राइम ब्रांच द्वारा इस मामले में एफ आई आर दर्ज करते हुए उन्हें भेजे गए नंबर और लिंक की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। आपको बता दें कि क्राइम ब्रांच द्वारा एक रोज पूर्व ही ऑनलाइन ठगों से बचने के लिए एडवाइजरी जारी की गई थी बावजूद इसके लोग अभी भी ठगी का शिकार हो रहे हैं फिलहाल पुलिस साइबर सेल की मदद से आरोपियों को दबोचने लिए के प्रयास में जुटी है