Dindori,Sandeep mishra. पंचायत चुनावों में ग्रामवासियों ने अपने-अपने पंच सरपंचों को चुन लिया है। ऐसे में हारे हुए प्रत्याशियों के घर ही नहीं आसपड़ौस तक शोक का माहौल है तो वहीं विजयी प्रत्याशी के घर ही नहीं पूरी गली में उत्सव सा माहौल है। जीत-हार के इन रंगों के बीच कुछ अनोखे वाकए भी देखने को मिल रहे हैं। कुछ ऐसा ही वाक्या हुआ है डिंडौरी में जहां सरपंच पद पर विजयी प्रत्याशी की सास मांगी हुई मन्नत के तहत दंडवत होते हुए देवी मंदिर तक पहुंची।
चुनाव में जीत के लिए मांगी थी मुराद
डिंडौरी के ग्राम पंचायत पड़रिया में सरपंच पद के लिए श्यामा बाई परस्ते की बहू यशोदा खड़ी हुई थीं। मुकाबला कांटे का था जिसे देखते हुए सास श्यामा बाई ने मन्नत की थी। उनका कहना है कि उन्होंने खेरमाई माता से कह दिया था कि अगर बहू चुनाव जीत जाती है तो वे दंडवत होकर घर से मंदिर तक का रास्ता तय करेंगी।
गाजे-बाजे के साथ पूरी की मन्नत
इसे मां की मुराद का असर कहें या जनता का समर्थन यशोदा बाई अपनी निकटतम प्रतिद्वंदी अहिल्याबाई से 47 वोटों से जीत गईं। विजेता प्रत्याशी यशोदा का भी कहना है कि उनकी जीत में ग्रामवासियों के साथ-साथ खेरमाई माता के आशीर्वाद का योगदान है। जिसके चलते गाजे-बाजे के साथ उनकी सास मन्नत को पूरा कर रही हैं।
पूजन-अर्चन के बाद मनाया जीत का जश्न
इतना ही नहीं मन्नत पूरी करने और पूजा-पाठ के बाद मंदिर में ही जीत का जश्न नाच-गाकर मनाया गया। जिसमें सास-बहू के साथ-साथ समर्थकों ने भी जीत की खुशी मनाई।