नितिन जैन , INDORE
मैं अमरनाथ यात्री सुधाकर वरोड़े बोल रहा हूं आप तो हमारे मामा हो हमें बचाओ ,यह बात अमरनाथ यात्रा के दौरान हादसे के बाद वहां फंसे बुरहानपुर के यात्री ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से कहीं। आपको बता दें कि अमरनाथ यात्रा के दौरान बादल फटने के बाद 16 यात्रियों की मृत्यु हो चुकी है वहीं कई यात्री अभी लापता हैं। अमरनाथ यात्रा पर फंसे इंदौर सीहोर और बुरहानपुर के परिवार यात्री बिना दर्शन किए ही लौटना चाहते हैं और इसी वजह से उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से गुहार लगाई है कि कैसे भी कर प्रदेश सरकार उन्हें वहां से वापस बुला ले।
कौन और कहा के परिवार फंसे
इंदौर के ही बाणगंगा में रहने वाले कल्लू राठौर 3 जुलाई को बुरहानपुर में रहने वाले अपने दामाद सचिन वारूढ़े नाती श्रेयस ,समधी सुधाकर समधन कुसुम और सीहोर में रहने वाले साले और उनकी पत्नी अतुल और लक्ष्मी राठौर के साथ अमरनाथ के लिए निकले थे , जो हादसे के बाद अभी पंच करणी के टेंट में ठहरे हैं। इस परिवार के तीन बुजुर्गों की हालत खराब है और अब उन्होंने मुख्यमंत्री से वापस लौटने के लिए गुहार लगाई है।
यात्रा में फंसे सचिन वारोडे ने बताई अमरनाथ यात्रा मैं अपनी और यात्रियों की आप बीती
सचिन वरुण के मुताबिक 5 जुलाई को पूरा परिवार चंदनवाड़ी पहुंचे और 6 जुलाई को चढ़ाई शुरू हुई। शाम करीब 5:30 बजे हम अमरनाथ गुफा से 200 मीटर दूर थे तभी बादलों की जोरदार गड़गड़ाहट हुई यह आवाज सामान्य नहीं थी , हम घबरा गए देखा तो हर तरफ पानी का तेज बहाव था वहां लगे टेंट और लोग तेजी से बहने लगे हम सुरक्षित जगह थे लेकिन घबराहट हो रही थी। पानी में बहते हुए लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे लेकिन हर कोई असहाय था। हम भी अपना सामान लेकर पंचतरणी की ओर भागने लगे करीब 2 किलोमीटर चलने के बाद मेरे बुजुर्ग माता-पिता और ससुर थक चुके थे। हमने वहां घोड़े पर पंचतरणी जाने के लिए बात की तो यहां घोड़े का किराया 15 सो रुपए लगता है वह 6000 बताया जाने लगा। मजबूरन हमने तीनों घोड़े से रवाना किया 18000 दिए। हम उनके पीछे पैदल चले रात करीब 1 बजे पंचतरणी पहुंचे पंचतरणी में 150 का टेंट 4 हजार का मिला। रात भर वही दहशत वाला मंजर रहा , कोई सो नहीं सका तभी से तीनों बुजुर्ग की तबीयत खराब है , उन्हें बुखार सर्दी खांसी बनी हुई है। मेरे पिता का ब्लड प्रेशर लो है सेना के जवानों को बताया तो उन्होंने डॉक्टरों को दिखाया आप पहले से हालत ठीक है लेकिन अब हम बिना दर्शन किए लौटना चाहते हैं यहां पर लंगर में भोजन की व्यवस्था है लेकिन दूसरी कोई चीज काफी महंगी है 5 वाला बिस्किट का पैकेट 25 में मिल रहा है यही स्थिति में घी की है जो 5 गुना महंगी है या मोबाइल चार्ज करने की व्यवस्था नहीं है हमारे दो बार पैसे खत्म हो गए रिश्तेदारों ने पैसे ट्रांसफर किए अब वह भी खत्म हो गए हैं
रविवार को इंदौर से प्रशासनिक अधिकारियों ने ली जानकारी
वरुण ने बताया कि रविवार को इंदौर से प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से उनकी जानकारी ली गई और कहा कि आप सभी यात्रियों की जानकारी भोपाल को दे दी गई है जल्द ही हर संभव मदद की जाएगी।