कांग्रेस के हाथों में हिंदुत्व की पतवार, बीजेपी लड़ेगी हार्ड हिंदुत्व पर चुनाव

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कांग्रेस के हाथों में हिंदुत्व की पतवार, बीजेपी लड़ेगी हार्ड हिंदुत्व पर चुनाव

Bhopal. अरूण तिवारी. मध्य प्रदेश में आने वाले विधानसभा चुनाव में विकास से आगे हिंदुत्व का झंडा रहने वाला है। बीजेपी के हार्ड हिंदुत्व की काट के लिए कांग्रेस सॉफ्ट हिंदुत्व का हथियार अपनाने वाली है। पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में हिंदुत्व को लेकर माहौल गरमा रहा है। बीजेपी को हार्ड हिंदुत्व कहने पर ऐतराज है तो कांग्रेस साफ्ट हिंदुत्व पर आपत्ति जताती है। यानी हिंदुत्व हार्ड या साफ्ट न रहकर चुनावी हो गया है। चुनावी वैतरणी पार करने के लिए हिंदुत्व की पतवार दोनों दलों का सहारा बनने वाली है। बीजेपी को दिल्ली से हिंदुत्व की लाइन पकड़ा दी गई है तो कांग्रेस ने वचन पत्र में उन बातों पर फोकस शुरु कर दिया है जो उसको वर्ग विशेष की वोट दिला सकती हैं। वचन पत्र समिति की पहली बैठक में वचन पत्र का खाका खींच दिया गया है। 





कांग्रेस के वचन पत्र में ये रहेंगे वचन 



— मां नर्मदा न्यास अधिनियम बनाएंगे



— संस्कृत को बढ़ावा देने संस्कृत के नए विद्यालय खोले जाएंगे



— सूर्य पुत्री मां ताप्ती नदी,मां मंदाकिनी नदी, और मां क्षिप्रा नदी न्यास का गठन करेंगे



— सभी पवित्र नदियों को जीवित इकाई का दर्जा देने के लिए कानून बनाया जाएगा। 



—  राम गमन पथ का निर्माण करेंगे





कांग्रेस कहती है कि 2018 में शामिल किए गए सभी वचनों को अगले वचन पत्र में जोड़ा जाएगा। सरकार सिर्फ 15 महीने ही चल पाई इसलिए कई वचन अधूरे रह गए और कई वचनों पर काम शुरु नहीं हो पाया इसलिए वे सारे वचन अगली बार सरकार बनने पर पूरे किए जाएंगे। वचन पत्र समिति के सदस्य भूपेंद्र गुप्ता कहते हैं कि बात हिंदुत्व की नहीं है, धर्म और आस्था जनमानस का विषय है उस पर किसी एक पार्टी का पेटेंट नहीं है। कांग्रेस ने पहले भी ऐसे विषयों पर काम किया है आगे भी करेंगे। 



हिंदुत्व बीजेपी का हमेशा से ही कोर इश्यु रहा है। दिल्ली में कोर कमेटी की बैठक में ये फैसला भी हो गया कि चुनाव हिंदुत्व पर ही लड़ा जाएगा। बीजेपी अगले चुनावी संकल्प पत्र में तो धर्म विशेष के बारे में खास लिखने से तो परहेज करेगी लेकिन चुनावी अभियान में इसकी झलक नजर आएगी। राम मंदिर निर्माण भले ही संकल्प पत्र का हिस्सा न रहे लेकिन उसका श्रेय पार्टी चुनावों में लेती नजर आएगी। महाकाल के भव्य मंदिर निर्माण से लेकर नर्मदा के संरक्षण तक कई मुद्दे भाजपा के प्रचार में नजर आएंगे। उत्तरप्रदेश की तरह भाजपा नेताओं ने भी प्रदेश में मदरसों में राष्ट्रगान की वकालत शुरु कर दी है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता कप्तान सिंह सोलंकी कहते हैं कि विकास अपनी जगह है लेकिन हिंदुत्व जीवन शैली है और इस जीवन शैली को सभी को अपनाना चाहिए। 



इसके अलावा चुनाव में कांग्रेस जनता की नब्ज पर हाथ रखने के लिए उसके बीच में भी जाएगी। वचन पत्र समिति को ये जिम्मा सौंपा गया है कि वो जिले स्तर जाकर हर वर्ग से उनके सुझाव पूछे ताकि उनकी अपेक्षाओं को वचन पत्र में शामिल किया जाए। जिलावार वचन पत्र जारी करने के पीछे भी मंशा यही है कि लोग वचन पत्र को अपना समझ सकें। बीजेपी अपने संकल्प पत्र में विकास की योजनाएं, महिलाओं के मुद्दे, रोजगार का ज्वलंत विषय तो रहेगा लेकिन महंगाई से जनता की तकलीफों पर से ध्यान हटाने के लिए राष्ट्रवाद भी सामने रहेगा। चुनाव का मुख्य चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही रहने वाले हैं।



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