Jabalpur. जबलपुर के मझौली क्षेत्र के बनखेड़ी गांव में मिल घायल तेंदुए के शावक की इलाज के दौरान मौत हो गई। वेटरनरी अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक तेंदुए के शावक को कैनाइन डिस्टेंपर नाम की गंभीर बीमारी थी। इस गंभीर बीमारी का पता लगने पर डॉक्टरों ने इलाके के अन्य पालतू पशुओं की निगरानी कर इलाज कराने की अपील पशु पालकों से की है।
घायल तेंदुए को स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फॉरेंसिक एंड हेल्थ साइंस में इलाज के लिए लाया गया था। वन्यप्राणी विशेषज्ञ डॉ के पी सिंह और उनकी टीम ने तेंदुए का परीक्षण करने पर पाया कि शावक एग्रेशन और स्ट्रेस में था। साथ ही उसके ऊपरी जबड़े का एक कार्निसल दांत टूटा हुआ था और उसकी जीभ भी कटी हुई थी। विस्तृत इलाज के दौरान उसमें कैनाइन डिस्टेंपर बीमारी का संक्रमण पाया गया। सोमवार को घायल तेंदुए ने दम तोड़ दिया।
इस गंभीर बीमारी का पता लगने पर डॉक्टरों ने मझौली के इंद्राना क्षेत्र के पशुपालकों को मवेशियों का प्रिवेंटेटिव वैक्सीनेशन कराने के संबंध में पशुपालन विभाग को निर्देशित करने जिला कलेक्टर से अपील की है। साथ ही वन मंडल के विभागीय अधिकारियों को भी इस बाबत जानकारी भेज दी गई है।