PANNA. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आज हुए सियासी दौरे में पेयजल संकट का मुद्दा गरमाया रहा। शहर में बीते एक पखवाड़े से नगर वासियों को पानी की जुगाड़ में यहां से वहां भटकना पड़ रहा है। पानी के लिए हैरान और परेशान नगर वासियों में अव्यवस्थाओं को लेकर भारी आक्रोश है। ऐसे समय पर नगर निकाय चुनाव में खड़े भाजपा प्रत्याशियों को जिताने की अपील करने मुख्यमंत्री जब पन्ना पहुंचे, तो जनाक्रोश को भुनाने के लिए शहर की सड़कों पर कहीं भी कांग्रेसी नजर नहीं आए। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से तकरीबन डेढ़ घंटे विलंब से शाम 4 बजे पन्ना पहुंचे सीएम शिवराज सिंह का काफिला हेलीपैड से सीधे जुगल किशोर जी मंदिर पहुँचा। यहां उन्होंने माथा टेका और भगवान के दर्शन किए, तदुपरांत बाहर आम सभा को संबोधित किया। उन्होंने नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों को जिताने की अपील करते हुए कहा कि पन्ना शहर की पेयजल समस्या को शीघ्र दूर किया जाएगा। शहर में पेयजल की बेहतर व्यवस्था बनाई जाएगी। भीषण जल संकट के बीच पन्ना पहुंचे मुख्यमंत्री ने कहा कि पानी कहीं से भी लाना पड़े, चाहे बांध से चाहे नदिया से पूरी योजना बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पन्ना की प्राचीन परंपराओं को जारी रखते हुए इस शहर को आधुनिक बनाने में कोई कसर नहीं छोडूंगा। श्री चौहान ने कहा कि हम जनता की जिंदगी बनाने निकले हैं, कांग्रेस ने कभी ऐसे काम नहीं किए। तो फिर आप लोग ही बताओ, काहे को उन्हें वोट दो। उन्होंने पन्ना सहित जिले की सभी नगर पंचायतों में भाजपा प्रत्याशियों को जिताने की अपील भी की।
मुख्यमंत्री ने जनसभा में कहा कि हमने विकास की योजनाएं चलाईं, कांग्रेस ने उन योजनाओं को बंद कर दिया। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री रहते हुए संबल योजना पर कैंची चलाई, लाडली लक्ष्मी योजना ठंडे बस्ते में डाल दी और मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में बहनों को धोखा दिया। हमने सभी वर्गों के लिए योजनाएं चलाईं थीं। 15 महीने सत्ता में रही कांग्रेस ने सभी योजनाएं बंद कर दीं अब कांग्रेस को परमानेंट बंद कर दो। आम सभा को मुख्यमंत्री से पहले क्षेत्रीय विधायक व खनिज मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने भी संबोधित किया। उन्होंने शहर की प्रमुख समस्याओं की ओर मुख्यमंत्री का ध्यान आकृष्ट किया।
आने से पहले कई कांग्रेसी नेता हुए गिरफ्तार
मुख्यमंत्री के पन्ना पहुंचने से पहले विरोध प्रदर्शन की संभावना को देखते हुए कांग्रेस के कुछ नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया। शहर के जिन मार्गों से मुख्यमंत्री को निकलना था, वहां पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था रही ताकि विपक्षी विरोध प्रदर्शन न कर पायें। शहर के प्रमुख चौराहों पर भाजपा के कार्यकर्ता व पदाधिकारी मोर्चा संभाले रहे। फलस्वरूप खाली डिब्बा लेकर विरोध करने की जिन लोगों ने तैयारी कर रखी थी वे आसपास भी फटक नहीं पाये। पूरा शहर भाजपा मय नजर आ रहा था। कांग्रेस के युवा और सक्रिय नेताओं को पुलिस ने थाने में बिठा लिया था, जिससे कांग्रेसियों का उत्साह ठंडा पड़ गया।
कांग्रेस के कई नेता भाजपा में हुए शामिल
नगरीय निकाय के चुनाव का प्रचार जब उफान पर है ऐसे समय पर जल संकट जैसे कई बड़े मुद्दों के रहते हुए भी कांग्रेसी एकजुट नहीं हैं। कांग्रेस नेताओं के आपसी मतभेद व बिखराव का भाजपा ने फायदा उठाते हुए कई प्रभावशाली नेताओं को अपने पाले में कर लिया। दोपहर तक शहर का जो माहौल था और विरोध के जो स्वर सुनाई दे रहे थे, मुख्यमंत्री के आते ही सब ठंडा हो गया। कांग्रेसी नेताओं के ऐन चुनाव के समय पाला बदलने से ऐसे कुछ वार्ड जहाँ कांग्रेस प्रत्याशियों की स्थिति मजबूत दिख रही थी वहाँ भी अब भाजपा जड़ें जमा सकती है|