INDORE: नेता ने 600 दिन से थाने के बाहर बसा रखी है गृहस्थी, न जा रहे हैं, न हटाए जा रहे हैं, पुलिस-नगर निगम के अपने-अपने तर्क

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Lalit Upmanyu
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INDORE: नेता ने 600 दिन से थाने के बाहर बसा रखी है गृहस्थी, न जा रहे हैं, न हटाए जा रहे हैं, पुलिस-नगर निगम के अपने-अपने तर्क

Indore. धरना प्रदर्शन तो आपने खूब देखे होंगे लेकिन ऐसा धरना शायद ही देखा हो जिसका नेता, प्रणेता और जनता सब एक ही व्यक्ति हो। धरना थाने के बाहर दे रखा है। एक-दो दिन पूरे छह सौ दिन होने को आए। आंदोलन अभी भी जारी है। उधर, पुलिस के पास कचहरी के मजबूत दस्तावेज हैं । पुलिस का कहना है कि नेता कोर्ट में हार गए हैं। हालांकि वे डटे हैं।



इस एकल धरने के सूत्रधार हैं समाजवादी पार्टी के पूर्व नगर अध्यक्ष गोपाल कुशवाह (Gopal Kushwah) । मामला एक मकान से जुड़ा है। कुशवाह का आरोप है कि पारिवारिक विवाद में पुलिस ने गोमा की फेल में उनकी मालिकी वाले मकान से उन्हें जबर्दस्ती  बेदखल कर दिया। उन्हें सपरिवार, सामान सहित वहां से भगा दिया। उसके बाद उनके पास रहने को ठिकाना नहीं था तो थाने के बाहर ही घर (धरना) बसा लिया। ये घटना नवंबर 2020 की है। उसके बाद से  कुशवाह इंदौर के तुकोगंज थाने की बाउंड्री वॉल से लगे फुटपाथ पर गृहस्थी बसाकर बैठे हैं। उस बात को करीब छह सो दिन होने को आ गए हैं। इस दौरान कोरोना की लहर आकर चली गई। आंधी, पानी, तूफान आ गए लेकिन कुशवाह वहीं बैठे हैं। वहीं खाना-पीना, सोना। दैनांदिनी के लिए वे सरकारी सुविधाओं का इस्तेमाल करते हैं। 



रोज अपडेट करते हैं आरोप



कुशवाह ने अपने धरना स्थल उर्फ गृहस्थी स्थल पर बाकायदा एक बोर्ड लगा रखा है जिस पर वे अपने धरने का दिन अपडेट करते हैं। उनसे बात करते ही तोते की तरह तड़ातड़ तारीख, वार, समय सहित घटना का ब्यौरा देना शुरू कर देते हैं। खुद को पीड़ित बताते हुए वे चाहते हैं जिस घर को वे अपना बता रहे हैं उस मकान में पुलिस उन्हें सामान सहित वैसे ही स्थापित करे जैसे विस्थापित किया था।



 हटाने की मुश्किल



कुशवाह ने बहुत योजनाबद्ध तरीके से अपनी गृहस्थी को धरने में तब्दील कर रखा है। इससे हो यह रहा है कि नगर निगम उसे फुटपाथ पर अतिक्रमण मानकर हटा नहीं रही है क्योंकि वो अतिक्रमण नहीं बल्कि उसे धरना मान रही है, वैसे ही जैसे दूसरे राजनीतिक, गैर राजनीतिक दल, संगठन आदि तंबू लगाकर धरना देते हैं। उधर, थाने के बाहर डटे होने के बाद भी पुलिस इसलिए नहीं हटा रही कि वो परिसर के बाहर हैं। इन तकनीकी और कानूनी दिक्कतों के चलते नेताजी का धरने का स्कोर निरंतर बढ़ता जा रहा है। 'द सूत्र' से बातचीत में उन्होंने कहा-जब तक घर नहीं मिल जाता तब तक यहीं रहूंगा, चाहे कितने ही साल गुजर जाएं।



कोर्ट में फैसला खिलाफ



कुशवाह अपने अधिकारों को लेकर कोर्ट तक गए। तुकोगंज थाना (Tukoganj Thana) टीआई कमलेश शर्मा ( Kamlesh Sharma) ने 'द सूत्र' से कहा-सिंगल और डिवीजन बैंच दोनों जगह हार गए हैं। हमारे पास फैसले की कॉपी भी है। (पुष्टि के लिए वे कॉपी भी बताते हैं) उनके पास हमारे खिलाफ कोई सबूत नहीं है। सारे तथ्य उनके खिलाफ हैं।


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