शेख रेहान, Khandwa. खंडवा के कलेक्ट्रेट में एक शख्स की फरियाद आई है। शख्स ने गुहार लगाई है कि 'मुझे मेरी बीवी वापस दिलाई जाए'। 'मेरे बेटे को उसकी मां का प्यार दिलाया जाए'। युवक ने बताया कि मेरी पत्नी को ससुराल वालों ने जबरदस्ती रोक रखा है और समाज की पंचायत में फर्जी तरीके से हमारा तलाक करा दिया है और अब कानूनन तलाक के लिए दबाव बनाकर पैसों की मांग कर रहे हैं। जबकि मैं चाहता हूं कि मेरी पत्नी लौट आए।
दबाव बनाकर कराया तलाक
हरदा के जिनवानिया गांव के रितेश कुशवाहा खंडवा के कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। यहां रितेश ने बताया कि 2018 में उसकी शादी खंडवा के पिपलुद गांव की रूपाली से हुई थी। सब-कुछ अच्छा चल रहा था। परिवार खुश था। लेकिन 2 साल पहले रक्षाबंधन पर रूपाली जब मायके गई तो वहां से लौटी नहीं। रितेश जब उसे वहां लेने गया तो ससुर ने उससे मिलने नहीं दिया। फिर 8 साल के बेटे को वापस भेजकर कानूनी तलाक लेने की बात कही। मना करने पर लड़की के परिवार वालों ने गांव की पंचायत के पदाधिकारियों और सदस्यों के जरिए दबाव बनाया। समाज की पंचायत बैठाकर तलाक के कागजात बनाकर जबरन साइन करवाए और पत्नी के फर्जी साइन करके तलाक करा दिया। रितेश का 2 साल का बेटा भी मां से दूर हो गया। रितेश ने बताया कि इस तरह के मामले पहले भी आ चुके हैं, जहां जबरदस्ती साइन कराकर तलाक कराया गया है।
जांच के लिए टीम गठित
रितेश और उसके परिवार की फरियाद सुनने के बाद अफसरों ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए पूरे मामले में पड़ताल की बात कही। मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी गई है। इस मामले में महिला एवं बाल विकास विभाग, राजस्व और पुलिस की संयुक्त टीम जांच करेगी और हकीकत सामने लाएगी। पारिवारिक कशमकश और आरोप-प्रत्यारोप के बीच एक बच्चे को उसकी मां का प्यार नहीं मिल रहा है। बच्चा मां की गोद को तरस रहा है।