GWALIOR.ग्वालियर के बहोड़ापुर इलाके से पुलिस हिरासत से पुलिस को चकमा देकर भागा हत्या और अपहरण का आरोपी मुकेश परिहार उत्तर प्रदेश के बरुआसागर जिले में अपने ससुराल पक्ष के रिश्तेदारों के घर छिपा हुआ था और जैसे ही आरोपी घर के पास मंदिर में चल रहे भंडारे में खाना खाने के लिए निकला वैसे ही क्राइम ब्रांच की टीम ने आरोपी को धर दबोचा। आरोपी एक रोज बाद मंगला एक्सप्रेस से मुंबई भागने की फिराक में था लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोचने में सफलता प्राप्त की है
एडिशनल एसपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने बताया कि ग्वालियर के बहोड़ापुर थाना इलाके में छात्र प्रांकुल शर्मा का अपहरण कर फिरौती ना मिलने पर छात्र की हत्या कर फरार हुआ बदमाश मुकेश परिहार को 10 साल बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था। क्राइम ब्रांच की टीम आरोपी को 22 सितंबर को दिल्ली से गिरफ्तार करके ग्वालियर लाई थी और बहोड़ापुर थाने में आरोपी को रखा गया था,इस दौरान आरोपी की उम्र वेरीफाई करने के लिए उसे इलाके की पुलिस उसके बचपन के स्कूल लेकर गई थी लेकिन वहां पुलिस को गच्चा देकर आरोपी भागने में सफल हुआ था।
फरार होने से पुलिस की हुई थी बड़ी किरकिरी
इस कुख्यात आरोपी के दिनदहाड़े पुलिस अभिरक्षा से फरार हो जाने के मामले में पुलिस की बड़ी किरकिरी हुई थी। इस मामले में एसपी ने एक एसआई सहित तीन पुलिस वालों को तत्काल निलंबित कर दिया था जबकि बहोड़ापुर थाने के टीआई अमर सिंह सिकरवार को भी हटा दिया था। इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशों के परिपालन में डीएसपी अपराध ऋषिकेश मीणा,भापुसे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी क्राइम ब्रांच निरीक्षक दामोदर गुप्ता के द्वारा बनाई गई क्राइम ब्रांच की टीमों ने फरार आरोपी के छिपने के ठिकानों व उसके रिश्तेदारों को सतत निगरानी में रखा गया।
ऐसे फंसा जाल में
कल मुखबिर की सूचना के आधार पर टीम द्वारा पृथ्वीपुर में आरोपी के बहनोई के घर व दुकान को सादा लिबास में निगरानी की गई तो आरोपी का एक रिश्तेदार जब यहां से बरुआसागर के लिये बस से निकला तो पुलिस टीम के दो जवान बस में सवार हो गये और बरुआसागर में बस स्टैंड पर उतरने के बाद उसका पीछा करते रहे। तभी उक्त रिश्तेदार ढीमर मोहल्ला, बरुआसागर में पहुंचा और उसने मोहल्ले के एक घर में प्रवेश किया। उसके लगभग आधा घण्टे बाद घर से रिश्तेदार के साथ छात्र का अपहरण कर हत्या के प्रकरण में फरार आरोपी निकला, उक्त दोनों का पुलिस टीम द्वारा पीछा किया गया तो वह मंशिल माता मंदिर के रास्ते पर पुलिस टीम द्वारा आरोपी को पकड़ लिया गया।
नाम गलत बताकर पुलिस को किया गुमराह
पुलिस ने जब आरोपी से नाम और पता पूछा तो उसने अपना नाम गुमराह करने के लिये सोनू रैकवार बताया। आरोपी के द्वारा पुलिस टीम को काफी भ्रमित करने का प्रयास किया गया।लेकिन आखिरकार उसका राज खुल ही गया। पूछताछ पर आरोपी द्वारा बताया कि वह अपने माता-पिता को लेकर चार अक्टूबर को झांसी रेल्वे स्टेशन से अपने रिश्तेदार की मदद से मंगला एक्सप्रेस द्वारा मुम्बई जाकर बसने का प्लान बना चुका था, जिससे पुलिस उसे कभी नहीं पकड़ पाती।
इस मामले में थी तलाश
गौरतलब है कि विनय नगर थाना बहोड़ापुर से वर्ष 2013 में छात्र प्रंकुल शर्मा का अपहरण द्वारा किया जाकर डबरा में सिंध नदी के किनारे उसकी हत्या कर दी गई थी तथा फिरौती के लिये मृतक के घर चिट्ठी भेज कर फिरौती बसूलने का प्रयास किया गया था। उक्त चिट्ठी के आधार पर पुलिस ने प्रकरण मे विवेचना करते हुए प्रकरण के आठ आरोपी बनाये गए थे जिनमे से सात को वर्ष 2013 में ही गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन मुकेश परिहार तभी से फरार चल रहा था इस बीच उसके परिजनों ने उसे मृत घोषित करके कर्मकांड भी कर दिया था। लेकिन मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने इस फरार आरोपी को विगत 23 सितम्बर को दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया था लेकिन ग्वालियर आकर वह पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया था।