मुरैना. जिला अस्पताल (Morena District Hospital) में 7 नवंबर को दिल को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। यहां कोई नवजात बच्ची (New Born Baby) को एंबुलेंस के नीचे छोड़ गया। बच्ची के शरीर पर चीटियां रेंग रही थी। अस्पताल के ही एक कर्मचारी भरत चतुर्वेदी की नजर बच्ची पर पड़ी। उन्होंने बच्चों को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया है। फिलहाल बच्ची स्वस्थ है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। कोतवाली पुलिस CCTV फुटैज के आधार पर जांच में जुटी है।
6 से 7 महीने में बच्ची का जन्म
डाक्टरों ने चेकअप के बाद बताया कि नवजात का जन्म कुछ घंटे पहले यानी रात में ही हुआ है। बच्ची का जन्म 9 महीने की जगह 6 से 7 महीने के बीच में हो गया है। इस कारण नवजात का वजन महज 570 ग्राम है, जो सामान्य नवजात से आधा भी नहीं है। बताया जा रहा है कि अगर अस्पताल में डिलीवरी हुई होती तो बच्ची की नाल भी कटी होती, लेकिन उसकी नाल नहीं कटी थी। हो सकता है कि महिला की डिलीवरी बाहर होने के बाद बच्ची को एंबुलेंस के नीचे रखा गया है।
पुलिस प्रशासन जांच में जुटा
पुलिस अस्पताल प्रशासन की मदद से सीसीटीवी फुटैज खंगाल रही है। इसके बाद ही पता चलेगा कि बच्चों को कौन रखकर गया है। जानकारी के मुताबिक, अस्पताल के भवन के पास रात में कई वाहन खड़े रहते हैं। इसी कारण कोई बच्ची को वहां रख गया। ताकि उसकी जान बच सके। वहीं, जिला अस्पताल के स्टॉफ मेल नर्स भरत चतुर्वेदी ने बताया कि हमारी उस बच्ची पर नजर पड़ गई। बच्ची एंबुलेंस के नीचे रखी हुई थी। हमने तुरंत उसे ले जाकर इमरजेंसी में भर्ती कराया जहां उसका इलाज किया गया।