नीरज श्रीवास्तव, पिपरिया. मध्यप्रदेश में एक ओर सीएम शिवराज अपराधियों के आशियानों पर बुलडोजर चला रहे हैं। शासन-प्रशासन के अधिकारी कार्रवाई के लिए अपराधियों की लंबी लिस्ट बना रहे हैं। पचमढ़ी में सीएम शिवराज अपने मंत्रियों के साथ चिंतन बैठक कर रहे हैं, प्रदेश में महिला अपराध, शिक्षा, विकास जैसे तमाम मुद्दों पर गंभीरता से चर्चा की जा रही है। लेकिन वहीं दूसरी ओर एक मां की पुकार नहीं सुनी गई। उस मां की पुकार नहीं सुनी गई जिसकी बेटी को 2 साल पहले घर में घुसकर मार दिया गया था। अपनी बेटी के हत्यारों को सजा दिलाने के लिए महिला करेली से पचमढ़ी पहुंची थी। वो सीएम शिवराज से मिलना चाहती थी लेकिन होटल के बाहर से अधिकारियों ने उसे और उसके पति को ये कहकर लौटा दिया कि सीएम यहां नहीं हैं।
पचमढ़ी में सीएम से मिलने की जिद पर अड़ी महिला, अधिकारियों ने लौटाया। बेटी के हत्यारों को सजा दिलाने की मांग। 2 साल से न्याय के लिए भटक रही महिला, FIR तक नहीं हुई...#MadhyaPradesh @CMMadhyaPradesh @ChouhanShivraj @drnarottammisra pic.twitter.com/XiGu0LmyI2
— TheSootr (@TheSootr) March 26, 2022
2 साल पहले हुई थी बेटी की हत्या: महिला करेली में रहती है, उसकी बेटी ममता रैकवार जबलपुर में नर्स थी। लॉकडाउन में जब वो घर आई थी तब गांव के ही दो दबंग मुकेश रैकवार और राकेश रैकवार ने घर में घुसकर उसे मौत के घाट उतार दिया। दरअसल, दोनों दबंग सगे भाई हैं, उनमें से एक ममता से शादी करना चाहता था, लेकिन ममता ने इनकार कर दिया था। दबंग लगातार ममता को परेशान कर रहा था और एक दिन दोनों दबंगों ने घर में घुसकर ममता को मौत की नींद सुला दिया।
पुलिस ने अब तक नहीं लिखी FIR: युवती की हत्या के बाद परिजन ने पुलिस से शिकायत की, लेकिन पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी। हैरानी की बात है कि हत्या के मामले में FIR तक दर्ज नहीं की गई। जानकारी के मुताबिक दोनों दबंगों के सिर पर स्थानीय रसूखदारों का हाथ है, इसलिए पुलिस भी उनसे खौफ खाती है। वर्दी पहनने वाले ही जब अपराधियों से खौफ खाने लगेंगे तो आम जनता की रक्षा कौन करेगा। मामले को दो साल बीत गए हैं, लेकिन अब तक पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
हत्यारों के घरों पर कब चलेगा बुलडोजर: एक मां को इंतजार है कि उसकी बेटी के हत्यारों के आशियानों पर कब बुलडोजर चलेगा। आरोपियों को कब सजा मिलेगी। दो साल से अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर मां का सफर आखिर कब खत्म होगा। रसूख से खौफ खाने वाली पुलिस कब कानून का डंडा दिखाकर आरोपियों की गर्दन दबोचेगी। हालांकि पूरे मामले में मध्यप्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि वे स्वयं महिला की समस्या का समाधान करेंगे। लेकिन फिलहाल अपनी बेटी को न्याय दिलाने के लिए एक मां सरकार और कानून के सहारे का इंतजार कर रही है।