खरगोन. खरगोन में रामनवमी पर निकाले जा रहे जुलूस के दौरान हिंसा भड़क गई थी। कई परिवारों के घर हिंसा में खाक हो गए तो वहीं कई लोगों को ऐसे जख्म मिले हैं। हिंसा में घायल शिवम शुक्ला (16) को इंदौर के एक प्राइवेट अस्पताल में एडमिट किया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर है। सिर में गंभीर चोट लगी है। घायल होने के बाद से अब तक होश में नहीं आया है। वो वेंटिलेटर पर है जबकि तीन दिन बाद ही उसकी बड़ी बहन की शादी है, जो अब टल गई।
जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा- शिवम
शिवम के पिता किसान है तथा परिवार खरगोन से 100 किमी दूर निसरपुर में रहता है। शिवम इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती है और वेंटिलेटर पर सांसें ले रहा है। मामा के घर रहकर पढ़ाई करने वाला शिवम रामनवमी के जुलूस में शामिल था और फिर अचानक हुई हिंसा का शिकार हुआ। परिजन बताते हैं कि तीन दिन बाद शिवम की बहन की शादी थी, एक तरफ बेटा जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है तो वहीं दूसरी तरफ बेटी की शादी की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। कार्ड तक बांटे जा चुके हैं। समझ नहीं आ रहा है क्या करें। उन्होंने ये भी बताया कि घायल हालत में पहले वो शिवम को लेकर खरगोन के निजी अस्पताल पहुंचे थे, जहां से उन्हें सरकारी अस्पताल और फिर बाद में इंदौर रेफर कर दिया गया। इंदौर में रात को ही डॉक्टरों ने उसकी सारी जांचें की। परिजन को गोली लगने की आशंका थी लेकिन जांच व ऑपरेशन में नहीं पाई गई।
बहन की शादी रुकी
17 अप्रैल को बहन कृतिका शुक्ला की शादी होना है। जिसकी बरात गुजरात से आना थी। लेकिन घटना के बाद दोनों परिवार ने शादी को टालने का निर्णय लिया है। दंगों के दौरान गोली लगने की बड़ी घटना परिवार के साथ होने के बावजूद अभी तक किसी ने सुध नहीं ली। कलेक्टर ने कई प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, किंतु वह जोशी परिवार से मुलाकात के लिए पहुंची और ना ही जनप्रतिनिधियों ने कोई सुध ली। शिवम 10वीं के बाद आईटीआई से कम्प्यूटर साइंस में डिप्लोमा कर रहा है।