Jabalpur. जबलपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में दोपहर दो बजे के करीब बच्चा वार्ड के नजदीक लगे बिजली के खंभे में अचानक तेज स्पार्किंग होने लगी। इतना ही नहीं यह आग तार के माध्यम से बच्चा वार्ड की बिल्डिंग तक जा पहुंची। फिर क्या था, हफ्ते भर पहले जबलपुर के निजी अस्पताल में लगी भीषण आग की तस्वीरें लोगों के आंखों के सामने कौंधने लगी। बच्चा वार्ड लोगों की चीख पुकार से गूंजने लगा। लोग अस्पताल में भर्ती अपने-अपने बच्चों को लेकर बाहर की तरफ दौड़ने लगे। गनीमत यह रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया और बड़ा हादसा होने से पहले ही टल गया।
तत्काल पहुंची फायर ब्रिगेड
घटना की सूचना लगते ही मौके पर नगर निगम के दमकल विभाग से फायर ब्रिगेड मौके पर रवाना की गई और अस्पताल परिसर में पहुंचते ही दमकल की टीम ने आग पर काबू पा लिया।
आनन-फानन में पहुंचे जिला कलेक्टर और प्रशासनिक अधिकारी
भीषण अग्निकांड से भयभीत प्रशासन ने इस बार घटना को बेहद गंभीरता से लिया। घटना के कुछ मिनटों बाद ही जिला कलेक्टर इलैयाराजा टी, संभागायुक्त बी चंद्रशेखर, एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा समेत आला अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंच गई।
3 दिन पहले भी भड़की थी आग
दरअसल 3 दिन पहले ही मेडिकल के इसी बच्चा वार्ड में बिजली के तारों ने आग उगली थी। उस वक्त भी समय रहते आग पर काबू पा लिया गया था लेकिन बिजली के तारों के मेंटेनेंस की तरफ फिर ध्यान नहीं दिया गया। आज जब आग ने थोड़ा बड़ा रूप ले लिया है तब जाकर प्रशासन सजग हो सकता है। हालांकि अधिकारियों ने संबंधित अधिकारियों को इस मामले में कोई कोताही न बरतने के सख्त निर्देश दे दिए हैं। अरविंद शर्मा अधीक्षक मेडिकल अस्पताल ने बताया कि दो दिन पहले हुई घटना के बाद ही पीडब्ल्यूडी को लाइन बदलने कहा गया था, यह उनका काम है। आज फिर विभाग को लाइन बदलने के लिए बोल दिया गया है।