भोपाल. यहां की डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी के पास बहुत ही पेचीदा मामला आया। यहां पर पत्नी ने पति के सामने 7 शर्तें रखी। अगर पति शर्तें मान लेता है तो ही उसकी एंट्री घर में हो जाएगी। पति ने डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस में गुहार लगाई थी। पत्नी उसे घर में घुसने नहीं देती, बच्चों से मिलने नहीं देती। उनकी शादी को 15 साल हो चुके हैं।
बच्चों से मिलने नहीं देती
पति-पत्नी दोनों को काउंसलिंग (consucelling) के बुलाया। महिला ने बताया कि उसकी बहन के पति (brother-in -law) की मौत (death) हो चुकी है। वो (बहन) उसकी आर्थिक रूप (financial) से सहायता करती है। इससे पति को परेशानी है। पति ने काउंसलिंग के दौरान बताया कि साढ़ू की मौत के बाद साली उन्हीं के घर में रहने लगी। इससे उसका घर में हस्तक्षेप बढ़ गया। अगर पत्नी उसे बच्चों (children) से मिलने नहीं देगी तो वह कोर्ट जाएगा। पत्नी (wife) ने बताया कि पति को शराब की बुरी आदत है। वो घर में आकर गाली-गलौज करता है, जिसका असर बच्चों पर पड़ता है।
पत्नी ने काउंसलिंग के दौरान 7 शर्ते रखी है
पत्नी की शर्तें- पति घर में शराब (liquor) पीकर नहीं आएगा। बच्चों की पढ़ाई (education) में मदद करवाएंगे। ऑफिस (office ) जाने वक्त कोई काम नहीं बताएंगे। अपने काम स्वयं करेंगे। देर रात तक बाहर नहीं रहेंगे। उनके बीच पूर्व में घटित घटना का जिक्र नहीं करेंगे। मायके जाते वक्त टोकेंगे नहीं। बहन को आर्थिक मदद करने देंगे।