Mandla. त्रिपुरा में उग्रवादियों से लड़ते समय मंडला का लाल शहीद हुआ है उनका पार्थिव शरीर गृह ग्राम पहुँचा। वही गृह ग्राम आने से पहले शहीद के काफिले का जगह जगह फूल मालाओं से स्वागत हुआ।राज्य सरकार की तरफ से केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते शहीद गिरजेश के पार्थिव शरीर को रिसीव करने पहुँचे जिसके बाद पैतृक ग्राम आकर केंद्रीय मंत्री कुलस्ते ने उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय मंत्री कुलस्ते ने राज्य सरकार की तरफ से शहीद के परिजनों एक करोड़ धन राशि तथा एक स्कूल एवं स्मारक बनाने की घोषणा की वही इस दौरान पूर्व मंत्री ओमकार सिंह मरकाम तथा क्षेत्रीय विधायक अशोक मर्सकोले मौजूद रहे।
नम आंखों के साथ मंडला के इस वीर सपूत को लोगों ने विदाई दी। बड़ी तादाद में लोग शहीद को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करने और गमगीन परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रहे हैं।
बीएसएफ के डीआईजी संजय शर्मा ने बताया गिरजेश बहुत ही बहादुर और सरल स्वभाव के थे। हेडकोंस्टेबल गिरजेश 145 बटालियन त्रिपुरा में पदस्थ थे हमने 19 तारीख को सर्चिंग के लिए एक पेट्रोलिंग पार्टी निकाली उस दिन इन्होंने बोला कि मैं गाइड के तौर पर कार्य करूंगा जैसे ही ये अपने साथियों के साथ एक दो किमी बाहर निकले वैसे ही इनको लगा कि बाई तरफ कुछ हरकत हो रही है तो इन्होंने अपने साथियों को अलर्ट किया उतनी देर में उग्रवादियों ने इनकी टुकड़ी पर हमला कर दिया जिसके जबाब में इन्होंने भी फायरिंग की एक गोली गिरजेश की रायफल पर लगी और कुछ गोलियां गिरजेश को लगी क्योंकि ये सबसे आगे थे। लेकिन अपने साथियों को बचाने में इनका योगदान काबिले तारीफ और सराहनीय है। उग्रवादियों से लड़ते समय गिरजेश उद्दे शहीद हुए जिनके योगदान को भारत वासी और बीएसएफ के जवान हमेशा याद रखेगें।