Neemuch.एक तरफ प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को भाजपा से दूर रखने की बात न केवल कह चुके हैं बल्कि इंदौर में एक पार्षद प्रत्याशी का टिकट भी काटा है तो दूसरी तरफ नीमच में न केवल आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में टिकट दिए गए हैं और अब उन्हें बड़ी कुर्सियां सौंपने की भी कवायद खुलेआम हो रही है। दरअसल पिछले दिनों इंदौर में वार्ड नम्बर 56 की पार्षद प्रत्याशी स्वाति कासिफ को अधिकृत करने के बाद उनका टिकट काटा गया था। इस मामले में बाकायदा मुख्यमंत्री चौहान और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने बयान दिए थे कि किसी भी प्रत्याशी या उनके परिवार के सदस्यों की यदि आपराधिक पृष्ठभूमि है तो उन्हें अवसर नहीं दिया जाएगा। ऐसे मामले में भाजपा द्वारा जीरो टॉलरेंस को अपनाया जाएगा।
तस्करी के मामले में वांटेड
इधर नीमच जिले में ठीक इसके विपरीत भाजपा का संगठन आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को प्रमोट कर रहा है। नीमच जनपद पंचायत में वार्ड नं 9 से भाजपा समर्थित प्रत्याशी के पुत्र धर्मेंद्र गायरी के खिलाफ मादक पदार्थों की तस्करी के 3 प्रकरण दर्ज हैं। यही व्यक्ति जोधपुर जिले के कुड़ी भक्तासन थाने में दर्ज मादक पदार्थ तस्करी के मामले में वांटेड है। दो दिन पहले ही जोधपुर पुलिस आरोपी की तलाश में नीमच दस्तक दे चुकी है। यही नहीं आरोपी और उसके रिश्तेदारों के खिलाफ नीमच पुलिस द्वारा अवैध गतिविधियों से अर्जित संपत्ति को सीज करने के लिए सफेमा एक्ट के तहत भी करवाई की जा चुकी है। एक और मामला है जिसमे भाजपा ने जिला पंचायत के एक वार्ड से ऐसे प्रत्याशी को अधिकृत किया है जिसका पति तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की मंशा अनुसार शुचिता की राजनीति को दरकिनार कर नीमच में भाजपा संगठन द्वारा कुर्सी हथियाने के लिए अपनाए जा रहे पैंतरे को लेकर राजनीति गर्म है। जनपद नीमच के चुनाव हो चुके हैं। यहां 25 जनपद सदस्यों में सीटों का बंटवारा इस तरह हुआ है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही जनपद का बोर्ड बनाने की ताल ठोंक रहे हैं। ऐसे में धनबल के दम पर आपराधिक पृष्ठभूमि के लोग जनपद अध्यक्ष की कुर्सी हथियाने की कवायद में जुटे हैं। इस मामले मे भाजपा जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार से पूछा गया तो उनका जवाब था कि अपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों को अधिकृत नहीं दिया है, जनपद में भाजपा ने किसी को अधिकृत नहीं किया है। एडिशनल एसपी सुंदरसिंह कनेश का कहना है कि धर्मेंद्र गायरी को दस्तयाब करने जोधपुर पुलिस आयी थी। वहां तस्करी के मामले में आरोपी वांटेड है। नीमच में भी आरोपी के खिलाफ मादक पदार्थ तस्करी के 3 मामले दर्ज हैं, सफेमा की कार्रवाई भी हुई है।