Bhopal. उत्तर प्रदेश की तरह अब मध्य प्रदेश के धार्मिक स्थलों में लगे लाउडस्पीकरों पर भी नियंत्रण किया जा सकता है। इसके लिए नियमों में भी बदलाव किया जाएगा। इस फैसले को लागू करने से पहले सीएम प्रशासनिक और राजनीतिक तौर पर पूरा परीक्षण करेंगे। यदि फैसला लागू होता है तो धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकरों को हटाया जा सकता है। दिल्ली में गुरुवार को हुई बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक में इस मुद्दे पर मंथन किया गया। इसके अलावा अगला विधानसभा चुनाव हिंदुत्व के एजेंडे पर लड़ने का फैसला भी लिया गया। यह बैठक अब हर दो महीने में आयोजित की जाएगी। बैठक की अध्यक्षता बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा, सगंठन मंत्री हितानंद शर्मा समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
विधानसभा ही नहीं लोकसभा चुनाव पर भी फोकस
केंद्रीय नेतृत्व का फोकस सिर्फ राज्यों के विधानसभा चुनाव पर ही नहीं है बल्कि 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर भी है। दरअसल मध्यप्रदेश,छत्तीसगढ़ और राजस्थान ऐसे बड़े राज्य हैं जिनके विधानसभा चुनाव के कुछ महीने बाद ही लोकसभा चुनाव होते हैं। इन राज्यों के विधानसभा चुनाव का असर लोकसभा चुनाव पर भी पड़ता है। यही कारण है कि इन राज्यों पर केंद्रीय संगठन का खास फोकस है।
जयस और भीम आर्मी की चुनौतियों पर चर्चा
पार्टी सूत्रों के मुताबिक बैठक में मौजूद संघ नेताओं ने आदिवासी वर्ग के बीच तेजी से पैठ बना रहे जय युवा आदिवासी शक्ति संगठन (जयस) और अनुसूचित जाति वर्ग के बीच काम कर रहे संगठन भीम आर्मी का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि इन संगठनों से निपटना बड़ी चुनौती है। इनके पीछे कांग्रेस खड़ी है। कांग्रेस से सीधी लड़ाई है, लेकिन उसका साथ देने वाले और समाज में अशांति फैलाने वाले इन संगठनों को रोकने की रणनीति बनानी होगी। बैठक में राष्ट्रीय नेताओं ने सत्ता-संगठन के नेताओं के बीच समन्वय बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी बैठकें अब लगातार होना चाहिए, फैसले चाहे सरकार के स्तर पर हो या संगठन के स्तर पर, सामूहिकता का भाव दिखना चाहिए। इस बैठक में प्रशासनिक कसावट लाने पर भी जोर दिया गया। माना जा रहा है कि कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल हो सकता है।