SINGRAULI. जिले में आकाशीय बिजली गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई। घटना जिला मुख्यालय से तकरीबन से 100 किलोमीटर दूर चितरंगी थाना क्षेत्र के करहिया जंगल की है। यहां खेत में मवेशी चरा रहे आठ लोग शनिवार की दोपहर अचानक शुरु हुई वर्षा के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए, जिनमें से तीन लोगों की घटनास्थल पर हो गई, जबकि गंभीर रुप से घायल दो महिला सहित पांच लोगों को उपचारार्थ चितरंगी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही चितरंगी क्षेत्र में पुलिस टीम के साथ किसी विभागीय कार्य से आए हुए गढ़वा टी आई अनिल उपाध्याय घटनास्थल पर पहुंचे और घायलों को तुरंत चितरंगी चिकित्सालय में भर्ती कराया। टी आई उपाध्याय ने बताया कि करहिया के जंगल में खेती व मवेशी चराने के दौरान आठ लोग अचानक तेज गर्जना के साथ शुरु हुई वर्षात में आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए जिनमे से श्याम लाल कोल (55), मेरु प्रसाद साकेत (52) व लक्ष्मण प्रसाद कोल (40) वर्ष की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि गुड्डी देवी कोल (50) देवराजी देवी साकेत (60) भोला प्रसाद कोल (50), बुद्धिराम साकेत (45) व भग्गन कोल (55) गंभीर रुप से घायल हो गए जिन्हें उपचारार्थ चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। सभी निवासी ग्राम मिसिरगवां व शिवपुरवा के बताए जा रहे हैं।
कैसे करें बचाव
- बारिश के समय खेतों, खुले मैदानों, पेड़ों या किसी ऊंचे स्तंभ के पास न जाएं. क्योंकि इनके पास बिजली गिरने की सबसे ज्यादा संभावना होती है।
यदि आप घर के अंदर हैं और बाहर बिजली कड़क रही है तो घर में मौजूद बिजली संचालित उपकरणों से आपको दूर रहना चाहिए।
बिजली कड़कड़ाने के दौरान टेलीफोन, मोबाइल, इटरनेट जैसी सेवाओं के इस्तेमाल से बचें।
खिड़की दरवाजों को अच्छे से बंद कर लें।
अपने आस पास ऐसी कोई चीज या वस्तु न रकें जो बिजली का सुचालक हो. क्योंकि बिजली का सुचालक वस्तु आकाशीय बिजली को अपनी ओर खींचता है.
खुली छत पर जाने से बचें।
धातु के पाइप, नल, फव्वारे इत्यादि से दू रहें।
अगर आप गाड़ी चला रहे हैं और आपकी गाड़ी की छत मजबूत है तभी आप खराब मौसम में बाहर निकलें, अन्यथा न निकलें।
बिजली कड़कड़ाने के समय किसी भी धातु से बनी वस्तु के आसपास खड़े न होमं, तारों के आसपास न रहें।
खराब मौसम में जमीन के सीधा संपर्क से बचें और खाट या फिर बेड्स पर रहें।