Panna. मध्यप्रदेश के पन्ना टाइगर रिजर्व का P111 बाघ का शव सड़क किनारे संदिग्ध अवस्था में मिला। इसके बाद राहगीरों ने इसकी सूचना तत्काल वन विभाग के अधिकारियों को दी। 13 साल का बाघ P111 का शव पन्ना-कटनी मार्ग के अकोला बफर क्षेत्र में मिला है। सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पन्ना टाइगर रिजर्व प्रबंधन के अधिकारियों ने शव को कब्जे में लिया। संदिग्ध परिस्थितियों में पन्ना कटनी मार्ग के अकोला बफर क्षेत्र में सड़क किनारे मिला बाघ P111 का शव पीटीआर प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर रहा है।
बाघ के बीमारी से पीड़ित होने की आशंका
शव को कब्जे में लेने के बाद पीटीआर के फील्ड डायरेक्टर उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि बाघ की नेचुरल मौत बताई गई है। फील्ड डारेक्टर ने बताया कि बाघ की मौत का कारण प्रथम दृष्टया प्राकृतिक समझ आ रहा है। पोस्टमार्टम में अनुमान लगाया गया है। वो पहले से भी किसी बीमारी से पीड़ित था। ऐसा माना जा रहा है कि बाघ की किडनी में इन्फेक्शन था। फिलहाल बाघ का अंतिम संस्कार करवा दिया गया है।
2 साल में 6 बाघों की मौत
वर्तमान में पन्ना टाइगर रिजर्व में 75 के लगभग छोटे-बड़े बाघ विचरण कर रहे हैं। जिसमें करीब 16 बाघ अकोला बफर क्षेत्र में घूम रहे हैं। वहीं पन्ना कटनी मार्ग के अकोला बफर क्षेत्र में इसके पहले 2 साल पहले दीपावली के समय सड़क दुर्घटना में एक बाघ की मौत हुई थी और बीते दो साल में पीटीआर में लगभग 6 बाघों की मौत हो चुकी है और आज गुरुवार (9 जून) के दिन सड़क किनारे बाघ का शव मिलने से प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं।