टीकमगढ़. मध्यप्रदेश में एक तरफ पंचायत चुनाव की प्रक्रिया को लेकर सियासी जोर आजमाश चल रही है, तो दूसरी तरफ ग्राम पंचायतों में दंबग, सरपंची हासिल करने के लिए जोर आजमाइश करते नजर आ रहे हैं। ऐसा ही मामला टीकमगढ़ से सामने आया है। आरोप है कि दबंगों ने सरपंच पद की महिला उम्मीदवार को अगवा कर लिया ताकि, वो पर्चा दाखिल न कर सकें। टीकमगढ़ की पठा ग्राम पंचायत एसटी महिला वर्ग के लिए आरक्षित सीट है। लेकिन आरोप है कि दबंग अपने पसंद के उम्मीदवार को यहां मैदान में उतारना चाहते हैं। जबकि अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिला रामकुंवर सरपंच पद का चुनाव लड़ना चाहती थी। लेकिन उसे पर्चा दाखिल करने से रोक दिया गया।
यह है पूरा मामला
ग्राम पंचायत पठा की रहने वाली रामकुंवर (Ramkunwar) पति ठाकुरदास (Thakurdas) 18 दिसंबर को दिन भर दबंगों के साथ लुकाछिपी का खेल खेलती रही और मौका देखकर उम्मीदवारी का फार्म भरने के लिए निकली। लेकिन इस गांव के दबंगों के सामने एक अनुसूचित जनजाति की महिला अपना फार्म नहीं भर पाई। जब पीड़िता अपनी इस शिकायत को लेकर थाने जाने लगी, तो शाम 5 बजे के लगभग दबंगों ने बीच बाजार से उसको अगवा कर लिया। अब पीड़िता के पति ने अपनी पत्नी के गायब होने की शिकायत पुलिस को दी है।
पीड़िता के पति का आरोप
पीड़िता के पति ठाकुरदास ने बताया कि ग्राम पठा से उसकी पत्नी सरपंच (Sarpanch) पद का चुनाव लड़ना चाहती है। लेकिन गांव के दबंग उसे चुनाव फार्म नहीं भरने दे रहे हैं। पीड़ित पति ने मीडिया के सामने अपनी आपबीती सुनाई और पूरे मामले की जानकारी दी। पीड़ित का आरोप है कि गांव के लटोरे यादव, भुमानी दास यादव और कमलेश शर्मा ने उसकी पत्नी को अगवा किया है। पीड़िता का पति न्याय की मांग कर रहा है। लेकिन अभी तक पुलिस ने मामले में कोई सक्रियता नहीं दिखाई है। और न ही पुलिस ने शिकायत दर्ज की है। द सूत्र संवाददाता ने पुलिस का पक्ष जानने के लिए टीकमगढ़ कोतवाली प्रभारी प्रीति भार्गव (Preeti Bhargava) से संपर्क किया है। लेकिन उनके द्वारा जवाब नहीं दिया गया है।
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