जबलपुर में गाड़ी का कर्ज चुकाने के लिए की थी ज्वैलरी शोरूम में चोरी, कब्जे से 5.5 करोड़ के 10 किलो सोने के जेवरात बरामद

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Rajeev Upadhyay
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जबलपुर में गाड़ी का कर्ज चुकाने के लिए की थी ज्वैलरी शोरूम में चोरी, कब्जे से 5.5 करोड़ के 10 किलो सोने के जेवरात बरामद

Jabalpur. जबलपुर के इतिहास में अब तक हुई सबसे बड़ी चोरी की वारदात पर से पुलिस ने पर्दा हटा दिया है। पुलिस ने मामले में 3 आरोपियों को पकड़ा है जिनके कब्जे से चोरी किये हुए 10 किलो वजनी सोने के जेवरात बरामद किए गए हैं जिनकी कीमत करीब साढ़े 5 करोड़ रुपए है। पुलिस की मानें तो आरोपियों के सरगना गुलाम मुस्तफा ने लॉकडाउन के दौरान छाई कंगाली और कर्ज को चुकाने के चलते इस वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने गोहलपुर निवासी गुलाम मुस्तफा, बैजुद्दीन और आरिफ नाम के शख्स को मामले में गिरफ्तार किया है। 



1 महीने तक की थी रैकी



पुलिस ने बताया कि गुलाम मुस्तफा ने इनोवा कार खरीदी थी जिसकी किश्त वह नहीं चुका पा रहा था। कर्जदारों के तगादों से परेशान होकर उसने चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम देने का प्लान बनाया। इसके लिए उसने करीब 1 माह तक सुपरमार्केट स्थित पायलवाला शोरूम की रैकी की थी। 



संकरी गलियों का बना लिया था रोडमैप



आरोपियों ने चोरी की वारदात को बड़े ही शातिराना अंदाज से अंजाम दिया था। मास्टरमाइंड गुलाम मुस्तफा ने वारदात के लिए शोरूम के आसपास की गलियों का रोडमैप बना लिया था। उसने यह भी देख लिया था कि इन गलियों में कोई सीसीटीवी कैमरा भी नहीं था। वारदात के दिन उसने अपनी इनोवा कार को शोरूम के पास स्थित रोड पर इनोवा को पार्क कर दिया और पैदल अपने साथी बैजुद्दीन के साथ शोरूम पहुंचा। जहां शटर और करीब 10 ताले कटर 

के जरिए काटकर चोरी को अंजाम दिया था। वहीं गुलाम ने शोरूम में दाखिल होते ही सीसीटीवी का डीवीआर चुरा लिया था।  



चांदी के जेवरात और नगदी को छोड़ दिया था



आरोपियों ने करीब 2 घंटे तक इत्मीनान से चोरी को अंजाम दिया था। वो तो मुख्य मार्ग से किसी की आहट आने पर दोनों चुपचाप शोरूम से खिसक गए थे। खास बात यह थी कि इन चोरों ने चांदी के जेवरात और बड़ी मात्रा में रखी हुई नगदी को हाथ भी नहीं लगाया था। 



कोसमघाट के वीराने में छिपा दिए थे जेवर



पुलिस की मानें तो आरोपी चोरी की वारदात के बाद घंटों शहर की गलियों में इनोवा से घूमते रहे। जिसके बाद कोसमघाट जाकर जेवरात छिपा दिए थे और इनोवा को भेड़ाघाट में खड़ा करके बाइक से लौट आए थे। इसके बाद अगले दिन चोरों ने मौके पर पहुंचकर जेवरात निकाल लिए और आपस में बांट लिए थे। बाद में गुलाम मुस्तफा ने वारदात में प्रयुक्त इनोवा कार को कटवा दिया था। 



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एक आरोपी ने किया था ब्लैकमेल



घटना में शामिल एक आरोपी आरिफ को अखबार में पढ़कर यह पता चला कि चोरी तो करोड़ों रुपए की थी, तो वह गुलाम को यह कहकर ब्लैकमेल करने लगा कि वह पुलिस को सब बता देगा। जिस पर गुलाम ने उसे 50 ग्राम वजनी सोने के जेवर दिए और बाकी जेवरात बाद में देने कहा था। इसी बीच इनकी हरकतें मुखबिरों की नजर में आ गई थीं। 



चोरी के बाद जियारत के लिए निकल पड़ा था



पुलिस ने बताया कि चोरी की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी गुलाम मुस्तफा परिवार वालों को झांसा देकर नागपुर और अजमेर में जियारत के लिए चला गया था। लेकिन इसके कर्मों की सजा मिलना बाकी था जिसके चलते पुलिस ने इसे ढूंढ निकाला। और आरोपियों की निशानदेही पर चोरी के सभी जेवरात बरामद कर लिए हैं। 



सर्राफा एसोसिएशन ने किया था 2 लाख के ईनाम का ऐलान



चोरी की इस वारदात का खुलासा करने और चोरों को पकड़वाने के लिए पुलिस तो पुलिस सर्राफा व्यापारी एसोसिएशन ने भी 2 लाख रुपए के ईनाम की घोषणा की थी। वहीं वारदात की गुत्थी सुलझाने वाली पुलिस टीम को आएईजी ने भी 30,000 रुपए के ईनाम से पुरस्कृत करने का ऐलान किया है। 


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