प्रताड़ना : खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी संजीव मिश्रा पर 15 लाख रु. रिश्वत मांगने का आरोप

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प्रताड़ना : खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी संजीव मिश्रा पर 15 लाख रु. रिश्वत मांगने का आरोप

नीमच. खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी संजीव मिश्रा (Food and Safety Officer Sanjeev Mishra) का एक और कारनामा 20 नवबंर को उजागर हुआ है। दूध व्यापारी (Milk Trader) ने उन पर रिश्वत ( Bribery) मांगने का अरोप लगाया है। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि वह मुझे प्रताड़ित कर रहे हैं। रामपुरा के दुध व्यापारी लादुराम गुर्जर (Laduram Gurjar) का आरोप है कि प्लांट से सील खोलने के नाम पर मिश्रा ने 15 लाख रूपये की डिमांड की है। गुर्जर ने पत्रकारों को बताया कि दिनांक 23 अक्टूबर 2019 को खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी संजीव मिश्रा ने रामपुरा के ग्राम दुधलई स्थित महावीर दूध डेयरी के प्लांट पर कार्रवाई की थी। कार्रवाई में अधिकारी मिश्रा ने ही दुध के सैंपल में डिटर्जेंट पॉउडर मिलाकर, उसे सिंथेटिक बनाया। इसके बाद उन्होंने दूध के सैंपल लिए गए थे। इसलिए मिश्रा ने सैंपल की रिपोर्ट आने से पूर्व ही दूध को सिंथेटिक बता दिया था।

क्या है, पूरा मामला

दूध व्यापारी का आरोप है कि एक्ट के विपरित जाकर प्लांट के संचालक को बिना किसी सूचना दिए सारा दुध मिश्रा ने मौके पर नष्ट कर दिया था। साथ ही डेयरी प्लांट को सील भी कर दिया था और संचालक(गुर्जर) के खिलाफ रसुका की कार्रवाई की गई। तीन माह तक इंदौर केंद्रीय जेल में मैं बंद रहा। इस मामले में मैंने हाईकोर्ट में याचिका लगाई। हाईकोर्ट ने दिनांक 16 जनवरी 2020 को दूध डेयरी प्लांट की सील खोलने के आदेश जारी किए। लेकिन संजीव मिश्रा ने आदेश के एक माह तक दूध प्लांट की सील नही खोली। 

पीड़ित का आरोप है कि कोर्ट में दोबारा सील खुलवाने की गुंहार लगाई, तब आनन-फानन में संजीव मिश्रा 14 फरवरी 2020 की दोपहर करीब 1 बजे ग्राम दुधलई स्थित दूध डेयरी प्लांट पर सील खोलने पहुंचे। लेकिन वहां भी संजीव मिश्रा की नियत में खोट थी। न्यायालय के आदेश के बाद महज दिखावे के लिए प्लांट के मुख्य गेट की सील खोल दी गई, जबकि प्लांट के अंदर बंद मशीनरी की सील उन्होने नही खोली। अंदर रखे कोल्ड स्टोर सहित तीन स्थानों पर लगी सील को संजीव मिश्रा ने नहीं खोला। सील खोलने के बदले में उन्होंने  मुझसे 15 लाख की मांगे।

अगर न्याय नहीं मिला, तो कर लूंगा आत्महत्या

पीड़ित व्यापारी लादूराम गुर्जर ने भ्रष्ट खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी संजीव मिश्रा की प्रताड़ना से तंग आने के बाद  बुधवार को प्रेसवार्ता में अपना दुख बयां करते हुए कहां कि यदि मुझे अब भी न्याय नहीं मिलता है और संजीव मिश्रा पर कठोर कार्रवाई नहीं हुई, तो मैं मिश्रा की प्रताड़ना ओर सहन नहीं कर सकता। मैं और मेरा परिवार संजीव मिश्रा के कारण आत्महत्या कर लेंगे।

न्यायालय का यह था आदेश

16 जनवरी 2020 को दूध डेयरी की सील खोलकर मालिक की सुपुर्दगी में देने के आदेश हाईकोर्ट ने जारी किए थे। इस आदेश को जारी हुए करीब 20 माह हो गए है, लेकिन अभी तक दूध डेयरी प्लांट के अंदर की सील नहीं खोली गई है। डेयरी संचालक लादूराम गुर्जर ने आरोप लगाया है कि खाद्य एवं सुरक्षा अधिकारी मिश्रा द्वारा सील खोलने के बदले में 15 लाख रूपए की मांग की गई। प्रायवेट व्यक्तियों को उनके पास भेजकर रिश्वत मांगी जा रही है। लादूराम गुर्जर ने इस मामले की शिकायत कर आरोपी मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पीड़ित गुर्जर ने बताया कि दूध डेयरी की सील खोलने के आदेश को जारी हुए 20 माह हो गए है। अब तक करीब 50 लाख का नुकसान हो चुका है। 

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