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शिवपुरी. यहां के ठेकेदारों ने रेत के ठेके छोड़ दिए हैं। इसलिए जिले की रेत खदान पूरी तरह बन्द है। इसके बावजूद करेरा क्षेत्र के सत्ताधारी जनप्रतिनिधि और एक मंत्री के सरक्षंण में अवैध रेत खनन (Illegal minning in shivpuri) धड़ल्ले से चल रहा है। सोनचिरैया अभ्यारण (Son Chiraiya Abhyaran) क्षेत्र और सिंध नदी (sindh river) से बड़ी-बड़ी पनडुब्बियों के माध्यम से अवैध रेत निकाली जा रही है। 19 जनवरी को फॉरेस्ट की टीम ने माफिया पर कार्रवाई की तो माफिया ने टीम के साथ ही मारपीट की।
फॉरेस्ट टीम की कार्रवाई: रेंजर दीपमाला फॉरेस्ट उड़नदस्ता की टीम के साथ अचानक सोन चिरैया क्षेत्र के सिरला, दिहायला क्षेत्र में पहुंचे। यहां एक अवैध रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को रोकने की कोशिश की। लेकिन माफिया टीम को देखकर भाग गया। टीम ने पीछा कर ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर लिया है।
बुलेरो से आए माफिया: ड्राइवर मौके से फरार हो गया। इसके बाद बुलरो में माफिया के लोग पहुंचे, और फॉरेस्ट टीम के साथ धक्का-मुक्की कर ट्रैक्टर-ट्रॉली छुड़ा ले गए। रेंजर दीपमाला ने बताया कि फॉरेस्ट टीम ने आरोपियों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। साथ ही करैरा थाने में मामला दर्ज कराया है।