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मनोज भार्गव, SHIVPURI. कूनो अभयारण्य में नामीबिया से चीते आने हैं। इनके लिए कूनो अभयारण्य में अलग से बाड़े बनाए गए थे। लेकिन चीतों के लिए बनाए गए बाड़े में तीन तेंदुए रहने लगे। इन्हें बाहर निकालने के लिए टीम महीनों से जुटी हुई थी। इन्हें बाड़े से बाहर निकालने के लिए सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से दो हाथी भी लाए गए। तीन में से 2 तेंदुए तो बाहर निकल गए हैं लेकिन एक अब भी बाड़े में ही है। इसे भी बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू टीम पूरी कोशिश कर रही है।
चीतों के बाड़े से रेस्क्यू कर दो तेंदुए शिवपुरी माधव नेशनल पार्क
चीतों के लिए बनाए गए बाड़े में तीन तेंदुओं में से दो को निकालकर शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में छोड़ा गया है। वहीं अभी भी कुनो अभयारण्य में चीतों के बाड़े में से एक तेंदुए को पकड़ने की कोशिश जारी है। जल्दी ही उसे भी शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क छोड़ दिया जाएगा।
दक्षिण अफ्रीका की शर्त पहले चीते के बाड़े से तेंदुए निकालो
भारत को चीता देने के लिए नामीबिया ने MoU (Memorandum of Understanding) कर लिया था। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका ने अभी तक MoU नहीं किया है। अफ्रीका ने शर्त रखी है कि कूनो अभयारण्य में तभी चीता भेजेगा, जब वहां से तेंदुओं को हटा दिया जाएगा। यही बजह है कि कूनो अभयारण्य से तेन्दुओं को खदेड़ने का कार्य जोरों पर चल रहा है।