Jabalpur. जबलपुर के न्यू लाइफ मल्टी स्पेशिलिटी अस्पताल में हुए अग्निकांड के मामले में हाल ही में गिरफ्तार किए गए दो आरोपी डॉक्टर निशिंत गुप्ता और डॉ सुरेश पटेल को पुलिस ने रिमांड खत्म होने के बाद न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं दूसरी ओर हाइकोर्ट के न्यायमूर्ति संजय द्विवेदी की एकलपीठ ने इस मामले में पूर्व में गिरफ्तार किए गए डॉ संतोष सोनी और डॉक्टर संजय पटेल को सशर्त जमानत दी है।
कोर्ट ने कहा कि दोनों आवेदक डॉक्टर हैं और बीते डेढ़ माह से जेल में बंद हैं, अपराध की प्रकृति को देखते हुए जमानत आवेदन स्वीकार किए जाते हैं। कोर्ट ने यह शर्त लगाई है कि जमानत के दौरान आरोपी बिना इजाजत देश के बाहर नहीं जा सकेंगे और ट्रायल में पूरा सहयोग करेंगे। आवेदक डॉक्टरों की ओर से अधिवक्ता घनश्याम पांडे ने पक्ष रखा। दलील दी गई थी कि अस्पताल में जो अग्निकांड हुआ वह शॉर्ट सर्किट से हुआ था। आवेदक पेशे से डॉक्टर हैं और उक्त कार्यों को देखने के लिए अस्पताल में प्रबंधक नियुक्त थे। डॉक्टरों को इस घटना से कोई सीधा लेना-देना नहीं था। यह भी दलील दी गई कि आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा चुकी है, इसलिए उन्हें अब जेल में रखे जाने की जरूरत नहीं है।
जेल भेजे गए दो आरोपी डॉक्टर
वहीं इस मामले में करीब डेढ़ माह तक फरार रहने वाले डॉ निशिंत गुप्ता और डॉ सुरेश पटेल को पुलिस ने रिमांड पर लिया था। जिन्हें रिमांड खत्म होने के बाद न्यायालय में पेश किया गया। जिसके बाद न्यायालय ने आरोपियों को जेल भेज दिया। बता दें कि न्यू लाइफ मल्टी स्पेशिलिटी अस्पताल में हुए अग्निकांड में 8 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी जबकि 5 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।