भिंड. पीरियड्स को लेकर चली आ रही चुप्पी को भिंड की दोर जुड़वा बहनों ने तोड़ दिया। उन्होंने बाढ़ से पीड़ित महिलाओं के बीच 2 हजार सैनेटरी पैड्स बांटे। नव्या और भव्या के इस काम की सराहना खुद कलेक्टर ने भी की है। उन्होंने इससे पहले भी कई बार चैरिटी कर चुकी हैं। उन्होंन कई स्कूलों और NGO की मदद की है। उनका मानना है कि मेन्स्ट्रुल हाईजीन (Menstrual Hygiene- माहवारी के दौरान सफाई ) बहुत जरूरी है।
इंस्टाग्राम पेज भी चलाती है नव्या भव्या
नव्या और भव्या ने इंस्टाग्राम (Instagram) पर रीडिंग मैजिक नाम की एक ऑनलाइन शॉप बनाई है। इसमें बुक्मार्क्स (Bookmarks), टी-शर्ट्स(T-Shirts), कुशन कवर, नोटबुक, नोट पैड्स जैसे प्रोडक्ट्स सेल करते है। इससे जो भी मुनाफा (Profit) होता है, उसे चैरिटी (Charity) वर्क में खर्च करती हैं। इस बार इनका लक्ष्य भिंड में बाढ़ से प्रभावित हुई महिलाओं को सेनेटरी पैड्स देने का था। UN ने भी माना है कि मेन्स्ट्रुअल हाईजीन पर काम होना चाहिए। पीरियड्स नहीं रुकते है वो हर महीने आएंगे। इसलिए पैड की जरूरत सबसे ज्यादा है।
अच्छे काम के लिए पैसे कम किए
नव्या और भव्या ने ऑनलाइन होलसेलर (Online Holeseller) से सम्पर्क किया था। भिंड के मनेपुरा में स्थित राग इनोवेशन के अनुराग पैडवाला से बात हुई थी। उन्होंने आम ग्राहक की तरह ही रीटेल प्राइज 26 रुपए पैकेट के हिसाब से बताए, लेकिन जब ऑर्डर की संख्या हजारों में बताई तो अनुराग ने उनसे इतने पैकेट्स ख़रीदने की वजह जाननी चाही। जब उन्हें पता चला कि ये सैनेटरी पेड्स डोनेट किए जाने हैं तो उन्होंने (अनुराग) इन्हें मेकिंग कॉस्ट यानी सिर्फ 10 रुपय प्रति पैकेट में देने का फैसला किया। इस तरह नव्या और भव्या को 20 हजार रुपए में 2000 सैनेटरी पेड्स के पैकेट मिल गए।