New Update
/sootr/media/post_banners/8815799910b5e6389f7284a72ccd81a01915078686fde40703bbf48d5eeffaff.jpeg)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
इंदौर. देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी (DAVV) की उड़नदस्ता टीम ने 21 फरवरी को एग्जाम के दौरान बड़ी कार्रवाई की। MBBS के दो स्टूडेंट नकल करते हुए पकड़े गए हैं। दोनों स्टूडेंट ने नकल के लिए हाई टेक्नोलॉजी वाली स्कीम का सहारा लिया। यहां एक छात्र के पास मोबाइल मिला, जिस पर कॉल चालू था। सुनने के लिए छात्र ने कान में सर्जिकल ब्लूट्रूथ लगा रखा था। इसके अलावा दूसरे स्टूडेंट ने सिम लगे डिवाइस को बनियान में छिपाया। स्टूडेंट ने इसके तार को बनियान के सहारे बेहद शातिर तरीके से छिपाया था। दल ने दोनों मेडिकल छात्रों के खिलाफ नकल का प्रकरण बनाया है।
MGM मेडकिल कॉलेज का मामला: 18 फरवरी से 7 मार्च तक MBBS थर्ड प्राफ (पार्ट-2) की परीक्षा चल रही है। सोमवार को छात्रों का मेडीसीन का पेपर था। MGM मेडिकल कॉलेज में बनाए गए केंद्र में एग्जाम था। यहां तीन मेडिकल कॉलेज के 80 स्टूडेंट परीक्षा दे रहे हैं। एग्जाम के बीच यूनिवर्सिटी का उड़नदस्ता MGM मेडिकल कॉलेज पहुंचा। टीम ने एक संदिग्ध छात्र की तलाशी ली तो उसके जेब से मोबाइल निकला। जिस पर कॉल चालू था। कान में लगे सर्जिकल ब्लूटूथ डिवाइस से फोन कनेक्ट था। ये डॉक्टर की मदद से कान में लगाया जाता है। इसे आसानी से नहीं निकाल सकते हैं।
इतनी बड़ी लापरवाही: एग्जाम दे रहे स्टूडेंट आने वाले वक्त में डॉक्टर बनकर लोगों का इलाज करेंगे। इसके बाद भी कॉलेज में बने केंद्र में परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों की तलाशी नहीं ली गई। जिम्मेदार कोरोना की आड़ ले रहे हैं। इस पूरे मामले में कॉलेज प्रशासन की भी लापरवाही सामने आई है। क्योंकि सेंटर में सिर्फ एक महिला पर्यवेक्षक की ड्यूटी थी। वहीं प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई की है। DAVV की उपकुलसचिव रचना ठाकुर ने बताया कि MBBS की परीक्षा में दो नकलची छात्रों को पकड़ा है। ये आधुनिक इलेक्ट्रानिक उपकरण का उपयोग कर रहे थे। नकल के प्रकरण बनाए गए हैं। साथ ही परीक्षा केंद्र को भी नोटिस दिया जाएगा।