Jabalpur. लगातार नवाचार पर नवाचार कर रहे पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एमडी का नया फरमान कर्मचारियों की परेड करा रहा है। दीपावली के समय में कर्मचारियों के सामने यह यक्ष प्रश्न खड़ा है कि वे उपभोक्ताओं से बकाया बिल की वसूली का टारगेट पूरा करें या फिर घर-घर पहुंचकर क्यू-आर कोड लगाने का काम पूरा करें। दरअसल एमडी ने कर्मचारियों को यह फरमान दिया है कि 15 दिन में हर हाल में एक-एक घर में क्यू-आर कोड चस्पा किए जाने का काम पूरा किया जाए।
प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं के घरों में बिजली मीटर में क्यूआर कोड लगाए जाने का कई महीनों पहले फैसला लिया गया था। जिसकी व्यापक तैयारियां की गई थी। लेकिन जबलपुर में सुस्त चाल ने बिजली विभाग के अमले को अब परेशानी में डाल दिया है। दरअसल पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक ने फरमान जारी किया है कि शहरी उपभोक्ताओं के मीटर में 15 दिनों के भीतर क्यूआर लगाने की कार्रवाई पूरी की जाए। जबलपुर शहरी क्षेत्र में 3.65 लाख उपभोक्ता है, वही बिजली विभाग के पास मैदानी अमले की पहले से ही किल्लत है। ऊपर से बिजली बिलों की वसूली और अन्य शिकायतों का बोझ भी है। कर्मचारियों को समझ ही नहीं आ रहा कि वे इस टारगेट को किस तरह पूरा करें। दूसरी तरफ दीपावली के दौरान बिजली महकमे का शेड्यूल अन्य विभागों के मुकाबले ज्यादा टाइट रहता है। क्योंकि पूरे साल के मुकाबले इस पखवाड़े में सबसे ज्यादा बिजली खर्च होती है।
दक्षता एप जारी करेगा सही बिल
दरअसल उपभोक्ताओं की यह शिकायत आम रहती थी कि मीटर रीडर मनमाने ढंग से बिजली की खपत एंट्री कर लेते हैं। टैरिफ बदलने के लिए जानबूझकर रीडिंग 30 के बजाय 40 से 45 दिन बाद की जाती है। इन्हीं सारी झंझटों से निपटने के लिए कंपनी ने दक्षता एप के जरिए बिल जारी कराने का निर्णय लिया था। जिसके लिए हर मीटर के पास उसका क्यू-आर कोड चस्पा किया जाना था। लेकिन 3 माह पूरे होने को हैं और यह काम पेंडिंग है। जिसके चलते यह फरमान निकाला गया।
दक्षता एप के जरिए क्यूआर कोड स्कैन करते ही उस महीने की रीडिंग दर्ज हो जाएगी। उसी के आधार पर ऑन स्पॉट बिजली के बिल जारी हो जाएंगे। इससे समय की बचत होने के साथ उपभोक्ताओं की शिकायतों में कमी आएंगी।