वाराणसी. मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Former CM Uma Bharti) अपनी दो-टूक बयानबाजी के लिए जानी जाती हैं। एक बार फिर उन्होंने बयान दिया है। इस बार योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) और गंगा की सफाई पर बोली हैं। अंदर पढ़़ें, क्या बोलीं उमा...
गंगा जी को ही जवाब दूंगी
उमा ने कहा कि मैं सिर्फ तीन साल ही मंत्री रही। गंगा की सफाई का जवाब मैं गंगा को ही दूंगी। अब गंगा की सफाई का जवाब वे देंगे, जो इसके मंत्री हैं। गंगा की साधना के लिए मैंने चुनाव नहीं लड़ा और 5 साल सक्रिय राजनीति से खुद को दूर रखा। पार्टी के कहने पर मैंने 2019 के चुनाव में प्रचार किया और इस बार भी करूंगी।
योगी के साथ मेरा भी नाम था
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए उमा ने कहा कि जब उनके नाम का ऐलान हुआ था, तो सबसे ज्यादा खुशी मुझे ही हुई। उस समय यूपी के सीएम के लिए जो 4 नाम चर्चा में थे, उनमें मेरा भी एक नाम था। तब अमित शाह ने कहा कि दीदी, ऐसा लग रहा है कि सभी लोगों का मत है कि योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया जाए। मैं बता नहीं सकती कि मुझे कितनी खुशी हुई। योगी आदित्यनाथ की प्रशंसक भी हूं और बड़ी बहन भी. उनमें दृढ़ता, सरलता और सौम्यता का गजब का संगम है।
मोदी जैसा जनता से जुड़ाव नहीं देखा
उमा भारती ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पहले ओपी राजभर, फिर कृष्णा पटेल और जयंत चौधरी के साथ गठबंधन के सवाल पर कहा कि पिछड़ी जाति के नेताओं के साथ उनका गठबंधन हो सकता है, लेकिन पिछड़ी जाति के वोटर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैं। मैंने गांधी और नेहरू को नहीं देखा, लेकिन इंदिरा गांधी को देखा है। मैं दावे से कह सकती हूं कि जनता और नेता में इतना जुड़ाव मैंने मोदी के अलावा कभी किसी के साथ नहीं देखा।
अयोध्या और अब काशी में विश्वनाथ धाम का लोकार्पण हमारे लिए चुनाव का एजेंडा नहीं बल्कि आस्था का विषय है। हिंदुत्व राष्ट्र का प्राण है और हमारी पार्टी के लिए भी। कांग्रेस के दिग्गज नेता सलमान खुर्शीद और मनीष तिवारी की किताब पर कहा कि उनको मैं किसी गंभीरता से नहीं लेती।
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