भोपाल. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (uma bharti) ने शराबबंदी (Liquor ban) के लिए मोर्चा खोल दिया है। इसके लिए उमा ने दबंगई वाला तरीका अपनाया है। भारती ने अपने समर्थकों के साथ भोपाल के बीएचईएल एरिया में शराब की दुकानों पर तोड़फोड़ की। पत्थर फेंककर शराब की बोतलें तोड़ी। साथ ही उन्होंने प्रशासन को 7 दिन के अंदर दुकाने बंद कराने की चेतावनी दी है। इधर कांग्रेस ने उमा भारती पर तंज कसा है। कांग्रेस नेता नरेंद्र सलूजा ने कहा कि उमा कितनी असहाय हो चुकी है।
1) बरखेड़ा पठानी आझाद नगर, बीएचईएल भोपाल , यहाँ मज़दूरों की बस्ती में शराब की दुकानों की शृंखला हैं जो की एक बड़े आहाता में लोगों को शराब परोसते हैं । pic.twitter.com/dNAXrh1jRY
— Uma Bharti (@umasribharti) March 13, 2022
बस्ती की महिलाएं और बच्चियां परेशान: उमा भारती ने ट्वीट कर लिखा कि बरखेड़ा पठानी आजाद नगर, बीएचईएल भोपाल, यहां मजदूरों की बस्ती में शराब की दुकानों की शृंखला हैं। यहां बड़ी संख्या में लोगों को शराब परोसी जाती है। पास में मजदूरों की बस्ती है, बच्चों का स्कूल और मंदिर हैं। जब लड़कियां और महिलाए छतों पर खड़ी होती हैं तो शराब पिए हुए लोग उनके तरफ मुंह करके लघुशंका (पेशाब) करने के लिए खड़े होकर उनको लज्जित करते हैं।
उन्होंने लिखा कि मजदूरों की पूरी कमाई इन दुकानों में फूंक जाती हैं। यहां के निवासियों एवं महिलाओं ने आपत्तियां की। विरोध में धरने दिए क्यूंकि यह दुकान सरकारी नीति के खिलाफ हैं। इसलिए प्रशासन ने हर बार बंद करने का आश्वासन दिया, लेकिन कई साल हो गए यह नहीं हो पाया। आज मैंने प्रशासन को एक हफ्ते के अंदर दुकान एवं आहाता बंद करने की चेतावनी दी हैं।
कांग्रेस ने तंज कसा: नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट कर लिखा कि एक तरफ शिवराज जी प्रदेश में शराब को सस्ती और शराब की दुकानों को डबल कर रहे हैं और दूसरी तरफ उन्ही की पार्टी की नेता मैदान में हाथो में पत्थर लेकर…? वैसे उन्हें कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए, यह अपराध है। विरोध के कई अन्य लोकतांत्रिक तरीके भी है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा जी, मैं भी मध्यप्रदेश में शराब के विरोध में हूं, मैं भी चाहता हूं कि प्रदेश में शराब बंदी हो…जिस तरह से प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती जी ने आज शराब की दुकान का विरोध किया है, वैसा विरोध में भी करना चाहता हूं।
बीजेपी ने झाड़ा पल्ला: बीजेपी ने इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ा है। प्रवक्ता उमेश वाजपेई ने कहा कि ये उमा जी का शराबबंदी के लिए निजी आंदोलन है। ये तरीका भी उन्हीं का है। इसके बारे में वह समय-समय पर बताती रही है। ये घटनाक्रम उमा जी और प्रशासन का विषय है। ये बीजेपी का तय किया गया कोई कार्यक्रम नहीं है। इसलिए इस पर हमारा कोई टिप्पणी करना उचित नहीं है।
एमपी में शराबबंदी अभियान शुरू करने की तीन-तीन बार तारीख़ देकर ग़ायब रही प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती अब शराब की दुकान में ख़ुद पत्थर बरसा रही है….?
अब क्या उमा भारती पत्थर उठाकर शराबबंदी करवायेगी…?
एक पूर्व सीएम को अपनी सरकार में यह सब करना पड़े तो समझा जा सकता है..? pic.twitter.com/Wnu862lCei
— Narendra Saluja (@NarendraSaluja) March 13, 2022