Gwalior. ग्वालियर में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा वैसे तो एक ही जिला ग्वालियर के रहने वाले हैं। हालांकि अब दोनों ही पड़ोसी जिलों से चुनाव जीते हैं। तोमर मुरैना से सांसद हैं और मिश्रा दतिया से विधायक। शुरुआती दौर से ही दोनों प्रतियोगी रहे हैं इसलिए इनके रिश्ते कभी नीम-नीम कभी शहद.-शहद रहे हैं। इन दोनों में सामान्य तौर पर अनौपचारिक मुलाकातें होती हैं लेकिन आज जब दोनों एक साथ मिले और एक ही कमरे में बैठकर आधे घंटे तक एकांत मंत्रणा की तो ये खबर मध्यप्रदेश के सियासी गलियारों में तेजी से फैल गई और तमाम तरह की अटकलों को भी जन्म दे दिया।
सिंधिया के बढ़ते प्रभाव ने मिलाया
एक अटकल ये है कि नई राजनीतिक परिस्थितियों में ग्वालियर चम्बल की भाजपाई सियासत में पहले जहां मंत्री तोमर का एकछत्र राज्य चलता था लेकिन अब वो बात नहीं है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में आने के बाद और हाईकमान से उन्हें मिल रहे सीधे सपोर्ट के चलते अंचल में सिंधिया का प्रभाव बढ़ता जा रहा है। प्रशासन पर उनकी मजबूत पकड़ है और संगठन में भी दखल बढ़ता जा रहा है। ताजा स्थिति नगर निगम और नगर पालिकाओं के टिकटों को लेकर भी है जिसमें सिंधिया बड़ी भागीदारी चाहते हैं। इस स्थिति की आशंका ने ही इनकी मुलाकात कराई।
बंद कमरे में हुई मुलाकात
केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के बीच ग्वालियर में बंद कमरे में आधे घंटे से ज्यादा वक्त तक मुलाकात हुई है। ये मुलाकात नरेन्द्र सिंह तोमर के बंगले पर हुई है। कहा जा रहा है कि मध्यप्रदेश में मौजूदा राजनीतिक हालातों पर दोनों नेताओं के बीच मुलाकात हुई है। वहीं मुलाकात पर दोनों नेताओं ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया है। वहीं पंचायत चुनाव पर नरेंद्र सिंह तोमर ने जीत का दावा किया है। नरेंद्र सिंह ने कहा है कि बीजेपी की तैयारियां शुरू हो गई हैं, अधिकांश सीटों पर बीजेपी जीतेगी। वहीं कांग्रेस के विवेक तन्खा को राज्यसभा भेजे जाने पर नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि दूसरी पार्टी के निर्णय पर कुछ नहीं बोलूंगा, ये उन्हें तय करना है, उन्हें आगे बढ़ना है या अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारना है।