भोपाल. इस साल कोरोना से उबरकर धूमधाम से दशहरा मनाया गया। गुना में झांकी विसर्जन के दौरान एक बेहतरीन नजारा देखने को मिला। यहां दुर्गा प्रतिमा को लोग कंधे पर बैठाकर 8 किमी तक पैदल चलकर विसर्जन के लिए ले गए। यहां सिंध नदी समेत कई जगह विसर्जन की व्यवस्था की गई थी। यहां के तलैया मोहल्ले की झांकी को गुना की महारानी नाम दिया गया। यहां की प्रतिमा को श्रद्धालु कंधे पर उठाकर ही सिंगवासा तालाब तक लेकर गए। 8 किमी की सफर 4 घंटे में तय किया गया।
ऐसा रहा प्रदेश का दशहरा
मध्य प्रदेश में 15 अक्टूबर को दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया। रावण समेत कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले जलाए गए। इस दौरान कई जगह रोचक नजारे भी देखने को मिले। भोपाल के टीटी नगर में कुंभकर्ण का पुतला आधा ही पुतला जल पाया। इसके बाद लोगों ने पेट्रोल डालकर जलाया। भोपाल में सीएम हाउस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पुतला दहन किया।
सागर में एक मिनट में ही 31 फीट का पुतला दहन हो गया। भोपाल और इंदौर में कोरोना वैक्सीन रूपी तीर से रावण का दहन किया गया। उज्जैन, सागर और होशंगाबाद में समय से पहले ही रावण दहन कर दिया गया। दमोह में भी रावण नहीं जला, तो कैरोसिन डालकर पुतला जलाया गया। वहीं, राजगढ़ में रावण दहन आयोजन के लिए बनाया गया मंच ही गिर गया। हालांकि इसमें कोई घायल नहीं हुआ। इसके अलावा, ग्वालियर और जबलपुर में भी पुतला दहन किया गया।
शुजालपुर में कुंभकर्ण का लाठियों से पीटकर वध
शाजापुर जिले के शुजालपुर में दशहरे पर मंडी क्षेत्र में 31 फीट ऊंचे दो अलग-अलग रावण पुतलों का दहन किया गया। यही नहीं, इस दौरान कुंभकर्ण के पुतलों को लाठियों से भी पीट-पीटकर उसका वध किया गया। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार भी शामिल हुए।