GWALIOR.दीवाली की रात लोगों ने हृदय स्थल पर जाकर आतिशबाजी की। इससे पहले यहाँ तीन दिन तक चले भीड़भरे फुटपाथ बाज़ार के कचरा भी सभी दुकानदार यही छोड़कर अपने घर दीवाली मनाने चले गए। दीवाली की रात जब हर घहर साफ़ था तब महाराजबाड़ा कचरे का ढेर बना हुआ था। इसको स्वच्छ करने के लिए ग्वालियर के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर
ने बड़ा ही अनुकरणीय कार्य किया। उन्होंने स्थानीय पार्षदों और मराठी समाज सहित अन्य सामाजिक संस्थाओं से संपर्क किया और आज सुबह ही यहाँ झाड़ू लगाना शुरू कर दिया। लगभग पांच घंटे की मेहनत के बाद महाराज बाड़ा स्वच्छ हो गया।
बाड़े पर सजता है दीवाली बाजार
दीवाली के एक सप्ताहपहले से महाराज बाड़ा पर दीवाली बाज़ार सजता है। इसमें फुटपाथ पर दिवाली की हर सामग्री बेचने के लिए सैकड़ों की संख्या में दुकानें सजतीं है। लेकिन दीवाली की शाम को ये दुकानदार काफी मात्रा में कचरा बाड़े पर ही छोड़ जाते हैं और शहर का यह सबसे प्रमुख व्यावसायिक केंद्र कचरे के ढेर सा नजर आने लगता है। इसकी जन सहयोग से सफाई करने की पहल ग्वालियर के सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने डेढ़ दशक पहले की थी जब वे पहली बार ग्वालियर के मेयर बने थे। तब से वे लगातार दीवाली के दूसरे दिन अपने सहयोगियों के साथ महाराज बाड़े की सफाई करने पहुँचते हैं।
आज सुबह ही चला सफाई अभियान
सांसद शेजवलकर इस अभियान के लिए सुबह ही बाड़े पहुंचे।उनके साथ पार्षद अनिल सांखला, संजीव पोतनीस एवं नवीन परांडे के साथ ही विभिन्न समााजिक संस्थाओं मराठी मित्र मंडल के लोग और नगर निगम द्वारा विशेष सफाई कर्मचारी मौजूद रहे और सभी के द्वारा अभियान चलाकर साफ सफाई कराई गई। निगम के स्वास्थ्य अधिकारी भीष्म पमनानी, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी विक्रम सिंह तोमर सहित निगम कर्मचारी उपस्थित रहे।
महिलाओं ने भी किया श्रमदान
इस स्वछता अभियान में महिलाओं ने भी बढ़ - चढ़ाकर हिस्सेदारी की। सभी ने कचरा इकठ्ठा भी किया और फिर उसे उठवाकर कचरा वाहन में भी डलवाया। बाड़े की सफाई में लगभग दो घण्टे का समय लगा। इस अभियान में मराठी समाज के लोगों ने ख़ास हिस्सेदारी की।