Damoh. दमोह में नाग पंचमी पर्व पर जहां नाग देवता का पूजन किया जाता है वहीं आज के दिन दंगल प्रतियोगिताओं के आयोजन की परंपरा भी चलती आ रही है। इसी परंपरा के चलते जटाशंकर मंदिर परिसर स्थित मैदान में मंगलवार को विराट दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यहां स्व चंद्रशेखर पाठक की स्मृति में विराट इनामी दंगल प्रतियोगिता आयोजित कराई जाती है। जिसमें इस साल भी प्रदेश के विभिन्न जिलों से पहलवान अपने दांव पेच दिखाने पहुंचे। कोरोना संक्रमण के कारण पिछले दो साल इस दंगल प्रतियोगिता का आयोजन नहीं किया गया था जिससे लोग इस कुश्ती प्रतियोगिता के आयोजन के न होने से निराश हो गए। इस साल कोरोना के न होने के चलते दंगल आयोजित किया गया।
अखाड़ों के पहलवानों ने दम खम दिखाया
इस साल के दंगल की खास बात यह रही कि महिला पहलवान भी कुश्ती के दाव पेच दिखाने दमोह पहुंची । शाम तक चले इस आयोजन को देखने हजारों लोगों की भीड़ एकित्रत रही। कुश्ती प्रतियोगिता समापन के बाद विजेता पहलवानों को मुदगर, शील्ड व नगद राशि से सम्मनित किया गया।
पंडित मोनू पाठक ने बताया कि इस दंगल में दमोह जिले के अलावा सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, पन्ना, निवाड़ी, छिंदवाड़ा व प्रदेश के अन्य जिलों से पहलवान पहुंचे हैं। कुश्ती प्रतियोगिता में प्रथम बार में जबलपुर आर्मी से आए राजवीर व शैलेंद्र बीच प्रतियोगिता शुरू हुई। कार्यक्रम में राहुल सिंह, दमोह विधायक अजय टंडन के अलावा अन्य लोगों की मौजूदगी रही।
नरसिंहपुर में निकाली गई कांवड़ यात्रा
श्रावण मास में हर तरफ भगवान महादेव की गूंज है। जिले की पवित्र पावन नदी वैनगंगा के उद्गम स्थल मुंडारा से जल भरकर भगवान भोले नाथ के शिवालयों में पहुंच रहे हैं। सिवनी शहर के सैकड़ों भक्तो द्वारा तकरीबन 25 किलोमीटर का पैदल सफर कर मुंडारा से जल भरकर गाजे बाजे ओर झाकियों के साथ सिवनी शहर के प्राचीन मठ स्थित शिव मंदिर पहुंचे जहां भगवान का जल अभिषेक हुआ। हम आपको बता दें कि कावड़िया भोले नाथ की भक्ति में झूमते हुए भोले नाथ की प्रतिमा,शिवलिंग भोलेनाथ जी का त्रिशूल,लंबी चुनरी ओर जीवंत झांकी के साथ मठ मंदिर पहुंचे।