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GWALIOR News. नगर निगम के छियासठ वार्ड और मेयर पद के लिए चुनाव प्रचार अब अंतिम चरण में है। बीजेपी ने आखिरी दिनों में प्रचार के लिए अपनी आक्रामक रणनीति बनाई है और अपने सभी बड़े नेताओं को सड़को पर उतारने का फैसला किया है। अगले दो दिन सीएम ,सिंधिया और तोमर अनेक रोड शो करेंगे और सभाएं लेंगे। इनके अलावा भी अनेक राज्य स्तरीय नेता गली - गली जनसम्पर्क कर रहे है वही कांग्रेस सब किसी बड़े नेता के यहाँ आने की संभावना नहीं है बल्कि प्रत्याशियों को खुद और स्थानीय नेताओं के भरोसे छोड़ दिया गया है।
पूरी जान झोंकेंगे प्रत्याशी
बीते दो दिनों से कलेक्ट्रेट में पार्षद पद के प्रत्याशी,उनके एजेंट्स आदि की जबरदस्त भीड़ रही। ये सब चुनाव प्रचार से जुडी मंजूरियां लेने पहुंचे थे। इन चुनावों के लिए नियुक्त सभी छह रिटर्निंग ऑफिसर्स के यहाँ काफी भीड़ पहुँची। इनमे से ज्यादातर लोग चुनाव प्रचार के अंतिम दो दिन यानी 3 और 4 जुलाई के लिए अपनी रैलियों ,सभाओं ,नुक्कड़ सभाओं के लिए परमिशन लेने के आवेदन देने पहुंचे थे। इन दो दिनों में ग्वालियर शहर की यातायात व्यवस्था भी बुरी तरह चरमरा सकती है इसलिए पर्मिशन्स के हिसाब से ट्रेफिक पुलिस भी अपना ट्रेफिक प्लान बनाने में जुटी हुई है।
बीजेपी का प्लान
बीजेपी हमेश की तरह अंतिम क्षणों में आक्रामक प्रचार और अपने सभी बड़े नेताओं को झोंकने की रणनीति पर काम कर रही है। तीन जुलाई को सीएम शिवराज सिंह एक सप्ताह में दूसरी बार ग्वालियर आएंगे। वे शाम को केंद्रीय नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ उप नगर ग्वालियर और ग्वालियर पूर्व विधानसभा क्षेत्रों में रोड-शो करके मेयर और पार्षदों के लिए वोट मानेंगे। इसके अलावा बीजेपी इन नेताओं से अलग - अलग समाज और वर्गों के सैकड़ों लोगों से व्यक्तिगत तौर पर मिलाने की भी योजना बना रही है। ये दोनों जगह -जगह छोटी सभाओं को सम्बोधित भी कर सकते हैं। चार जुलाई को सिंधिया और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर एक साथ शहर में रहेंगे और अनेक जगह सभाएं करेंगे तथा विभिन्न वर्ग के लोगों से भेंट -मुलाक़ात ,मान-मनौव्वल करेंगे। दोनों विभिन्न व्यापारिक संगठनों के लोगों से भी मिलेंगे इसके लिए पार्टी व्यापक स्तर पर तैयारी कर रही है। बीजेपी के जिला अध्यक्ष कमल माखीजानी कहते है - बीजेपी हर चुनाव को पूरी गंभीरता से लेती है। हमारा हर नेता कार्यकर्ता की तरह पार्टी के लिए वोट माँगता है और अगले दो दिन में आप हमारे सभी बड़े नेताओं को एक साथ वोट मांगते देखेंगे। इनके शिवराज ,सीढिया और तोमर के अलावा वरिष्ठ नेता जयभान सिंह पवैया ,अनूप मिश्रा , डॉ नरोत्तम मिश्रा ,सांसद विवेक नारायण शेजवलकर आदि भी बीते एक सप्ताह से सघन जनसम्पर्क ,रोड शो और सभाएं कर रहे है। चुनाव में बीजेपी की जीत सुनिश्चित है इसके बावजूद भी पार्टी पूरी गंभीरता से और अपनी परम्परा के अनुसार प्रचार अभियान से लेकर बूथ मैनेजमेंट में जुटी है।
कांग्रेस स्थानीय नेताओं के भरोसे
कांग्रेस के प्रचार अभियान में पूर्व सीएम कमलनाथ सभाएं कर चुके है और अब किसी बड़े नेता के बाहर से ग्वालियर आकर चुनाव प्रचार कराने का कोई प्लान नहीं है। कांग्रेस प्रत्याशी भी यही चाहते हैं कि उन्हें स्थानीय स्तर पर अपने जन संपर्क और बूथ मैनेजमेंट के लिए समय दिया जाए क्योंकि बड़े नेताओं के आने से उनका बहुत समय बेकार चला जाता है। इसके अलावा अब सभी बड़े नेता अपने -अपने संभागों में चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए है। ग्वालियर में पीसीसी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह मोर्चा संभाले हुए हैं। वे कहते हैं यहाँ पचपन साल से बीजेपी की नगर निगम है और ग्वालियर प्रदेश के इंदौर,भोपाल ही नहीं जबलपुर जैसे शहर से भी पिछड़ गया है। यह सब जनता जानती है और बदलाव को आतुर है। कार्यकर्ताओं को भी खुली सांस में पहली बार अपनी पार्टी के लिए प्रचार करने का मौक़ा मिला है सो वह भी जान झोख रहा है। इस बार ग्वालियर में चमत्कारिक परिणाम आएंगे क्योंकि गुटबाजी फैलाने वाले इस बार कांग्रेस में नहीं बीजेपी में है और जो कांग्रेस ने वर्षों भुगता अब बीजेपी उससे त्रस्त है।