नवीन मोदी, Guna. गुना में पुलिसकर्मी हत्याकांड और काले हिरण के शिकार के मामले में अब एसपी राजीव कुमार मिश्रा को हटा दिया गया है। उन्हें PHQ में सहायक पुलिस महानिरीक्षक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इससे पहले आईजी अनिल शर्मा को हटाया जा चुका है। वहीं पुलिसकर्मी हत्याकांड मामले में फरार दो आरोपियों ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। दोनों आरोपियों ने पुलिस को चकमा देकर न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी मुनेंद्र सिंह वर्मा के कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। दोनों आरोपियों पर 10-10 हजार रुपए का इनाम था।
देखिए.. पुलिस के खौफ से शिकारी रोने लगे !!!
गुना #पुलिसकर्मी_हत्याकांड के आरोपी विक्की और गुल्लू ने कोर्ट में किया सरेंडर।@CMMadhyaPradesh @DGP_MP @GwaliorComm @CollectorGuna @guna_police pic.twitter.com/ji9bNaLBBf
— TheSootr (@TheSootr) May 23, 2022
#गुना गोलीकांड के After Shocks...
अब गुना के एसपी राजीव कुमार मिश्रा का भी ट्रांसफर।
भोपाल #PHQ में #AIG बनाए गए। इससे पहले मामले में लापरवाही बरतने के लिए ग्वालियर IG अनिल शर्मा हटाए गए थे।
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3 आरोपियों का हुआ था एनकाउंटर
गुना हत्याकांड के 3 आरोपियों का पुलिस ने एनकाउंटर किया था। पुलिस ने शहजाद, नौशाद और छोटू पठान को एनकाउंटर में मार गिराया था। पुलिस धरमावदा और भदोली के जंगलों में सर्चिंग कर रही थी। इसी दौरान छोटू का पुलिस से सामना हो गया। जब पुलिस ने छोटू को सरेंडर करने के लिए कहा तो छोटू ने फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ था। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने छोटू पठान को ढेर कर दिया था। शहजाद खान भी एनकाउंटर में मारा गया था ।विदोरिया गांव से पुलिस ने नौशाद की लाश बरामद की थी।
शॉर्ट एनकाउंटर में गिरफ्तार हुए थे 2 आरोपी
पुलिसकर्मी हत्याकांड में शामिल दो आरोपियों ने पुलिस हिरासत में फरार होने की नाकाम कोशिश की थी। पुलिस ने शॉर्ट एनकाउंटर के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। दरअसल पुलिस दोनों आरोपियों को शिकार में उपयोग किए गए हथियारों को बरामद करने के लिए ले जा रही थी। इस दौरान भोढ़नी गांव की घाटी पर पहुंचने पर आरोपी शानू खान ने अचानक से पुलिस वाहन की स्टीयरिंग मोड़ दी। जिससे गाड़ी रोड से नीचे उतरकर पलटते-पलटते बच गई। इसी दौरान दूसरे आरोपी जिया खान ने थाना प्रभारी बजरंगढ़ अमित अग्रवाल की पिस्टल को छीनने की कोशिश की। हालांकि पुलिस ने दोनों आरोपियों के पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया था।
मुठभेड़ में 3 पुलिसकर्मी हुए थे शहीद
13 मई को आरोपी नौशाद अन्य आरोपियों के साथ अपनी भतीजी के निकाह में बारातियों को काले हिरण का मांस परोसने के लिए शिकार कर रहा था। पुलिस को शिकार के बारे में सूचना मिली थी। अलग-अलग जगह पर 3-4 पुलिस पार्टियां लगी थीं, ताकि आरोपियों घेराबंदी की जा सके। जब बदमाशों ने खुद को घिरा हुआ पाया तो अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस जवानों ने भी इसका जवाब दिया। फायरिंग में एक सब इंस्पेक्टर, एक हैड कॉन्स्टेबल और एक कॉन्स्टेबल शहीद हो गए थे।