राहुल तिवारी, SHAHDOL. शहडोल में टॉयलेट साफ कर रहे बच्चों का वीडियो वायरल हो रहा है। ये वीडियो जनपद पंचायत जयसिंहनगर की ग्राम पंचायत मीठी में शासकीय प्राइमरी स्कूल खरियाटोला का है। वीडियो में प्रभारी हैडमास्टर चौथी और पांचवीं क्लास के बच्चों से टॉयलेट साफ करा रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद परिजन में आक्रोश है। वहीं जिम्मेदार गोलमोल जवाब देते नजर आ रहे हैं।
कई दिनों से चल रहा है सिलसिला
बच्चों का कहना है कि प्रभारी हैडमास्टर रामधनी लंबे वक्त से चौथी और पांचवीं क्लास के बच्चों से टॉयलेट की सफाई करा रहे हैं। वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि एक बच्चा झाड़ू से टॉयलेट साफ कर रहा है। वहीं दूसरा बच्चा बाल्टी से पानी लेकर आ रहा है। इस पूरे मामले की जमीनी हकीकत सामने आने के बाद देश और प्रदेश की शिक्षा नीति का पालन कराने की जिम्मेदारी उठाने वाले अधिकारियों पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।
गोलमोल जवाब दे रहे जिम्मेदार
सफाई का वीडियो सामने आने के बाद गुस्साए परिजन जनपद सदस्य के साथ स्कूल पहुंचे और शिक्षकों से पूछताछ की। इस मामले में शिक्षक गोलमोल जवाब दे रहे हैं। पहले तो उन्होंने स्कूल में प्यून नहीं होने से बच्चों से सफाई कराने की बात कही। इसके बाद थोड़ी ही देर में बात को घुमाने की कोशिश की।
'रिपोर्ट मिलते ही कार्रवाई करेंगे'
आदिम जाति कल्याण विभाग के सहायक आयुक्त आनंद राय सिन्हा का कहना है कि हमने तत्काल टीम रवाना कर दी है। टीम की रिपोर्ट मिलते ही बड़ी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस वायरल वीडियो की जानकारी शहडोल की कलेक्टर वंदना वैद्य, अपर कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ हिमांशु चंद्र को भी व्हाट्सएप के जरिए दी गई है लेकिन अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
मिड-डे मील में भी लापरवाही
मध्यप्रदेश के आदिवासी जिले शहडोल के गरीब बच्चों को स्कूल के मिलने वाले मिड-डे मील में भी लापरवाही की जा रही है। मिड-डे मील सिर्फ कागजों में ही दिया जा रहा है। बच्चों को स्कूल में रोज भोजन नहीं दिया जाता। किसी खास दिन पर ही मिड-डे मील दिया जाता है।