Rewa. एंबुलेंस में गौवंश की तस्करी मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने गांव के ही पंडित-मियां सहित तीन को गिरफ्तार किया है। आपको बता दे की 16 मई की रात में खरपटा गांव में एक एंबुलेंस नाली में फंस गई थी। सूचना मिलने पर जब पुलिस मौके पर पहुंची तो, एंबुलेंस में सात गौवंश बरामद हुए थे। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले आरोपी फरार हो गए थे। इस पर अज्ञात आरोपियों के खिलाफ थाना जवा मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए वीरेंद्र कुमार शर्मा, फराज हुसैन और अक्षय कुमार ओझा को गिरफ्तार कर लिया।
पलट गई थी तेज रफ्तार एंबुलेंस
तेज रफ्तार की वजह से एंबुलेंस पलट गई थी, जिससे 3 गौवंश की मौके पर ही मौत हो गई थी। पुलिस ने एंबुलेंस को सीधा करके गौवंश को निकालने की कोशिश की लेकिन गौवंश को निकालना मुश्किल था। जेसीबी मशीन की मदद से एंबुलेंस को सीधा किया गया। इसके बाद गौवंश को एंबुलेंस से निकाला गया। पुलिस गौवंश के तस्करों की तलाश कर रही है।
एंबुलेंस ने 2-3 बार लगाया था गांव का चक्कर
एंबुलेंस रात में करीब 10 बजे चिल्ला से जवा की ओर हूटर बजाते हुई खरपटा गांव की तरफ गई। गांव में एंबुलेंस ने 2 से 3 बार चक्कर मारा। तस्करों ने 8 गौवंश को एंबुलेंस में भर लिया। दरअसल पुलिस एंबुलेंस की चेकिंग नहीं करती क्योंकि मरीज की जान का सवाल होता है। इसी बात का फायदा उठाकर तस्करों ने चेकिंग से बचने के लिए एंबुलेंस से गौ तस्करी का प्लान बनाया। पुलिस अधिकारियों ने एंबुलेंस के नंबर को ट्रेस किया। एंबुलेंस हैदराबाद के एक निजी अस्पताल की है।