GWALIOR . यूपी के हाथरस में नेशनल हाइवे पर डंपर द्वारा रौंदे जाने के कारण असमय मौत का शिकार हुए उटीला थाना इलाके के छह ग्रामीणों के शव पहुंचते ही आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया है। भांगी खुर्द गाँव के युवक हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने गांव के लिए निकले थे लेकिन आज तड़के एक डंपर ने उन्हें रौंद दिया जिसमें पांच की तो मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक घायल हो गया लेकिन जेरे उपचार उसकी भी मौत हो गई।
पोस्टमार्टम के बाद ग्वालियर से गई पुलिस मृतकों के परिजन जैसे ही शवो को लेकर उटीला पहुंचे वहां घटना से दुखी हजारों ग्रामीण पहले से ही सड़क पर जमा हो चुके थे। आते ही वे आक्रोशित हो गए और उन्होंने शवो को ग्वालियर - मौ के मुख्य मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया। वे के परिजनों के लिए दस-दस लाख रुपये देने मांग कर रहे हैं। मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस के आला अफसर पहुंच गए है और उन्हें मनाने की कोशिश कर रहे हैं। मौके पर काफी पुलिस बल तैनात है
ये है पूरा मामला
घटना राष्ट्रीय राजमार्ग 93 पर शनिवार सुबह 2.15 के करीब हुई, ये इलाका हाथरस के सादाबाद थाने के अंतर्गत आता है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कांवडियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल में भेज दिया गया है, वहीं गंभीर रुप से घायल कावंडियों को आगरा के मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया है। मृतकाें में 25 वर्षीय रणवीर, 30 वर्षीय जबर सिंह, 40 वर्षीय नरेश पाल, 30 वर्षीय मनोज, विकास और 40 वर्षीय रमेश पाल शामिल हैं।
हरिद्वार से वापस ग्वालियर आ रहा था कांवड़ियों का जत्था
बताया गया कि हाथरस के सादाबाद थाने में आज तड़के करीब 2.15 बजे एक बेकाबू ट्रक की चपेट में आने से सात कांवड़ियां गंभीर रुप से घायल हो गए। जिनमें से पांच की मौके पर ही मौत हो गई और एक गंभीर रुप से घायल हो गया। अस्पताल में इलाज के दौरान छटे कांवड़ियां की भी मौत हो जाती है। ये सभी हरिद्वार से जल लाकर वापस बांगी खुर्द थाना उटीला, जनपद ग्वालियर मध्यप्रदेश की तरफ जा रहे थे।
पुलिस ने किया मामला दर्ज-
उत्तरप्रदेश पुलिस ने इस संबध में मामला दर्ज कर लिया है और जांच भी शुरु कर दी है। पुलिस के अनुसार उन्हें ड्राइवर की जानकारी मिल चुकी है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गाँव मे सूचना मिलते ही शोक पसरा
इस घटना की सूचना आगरा झोन के एडीजी राजीव कुमार ने ग्वालियर के पुलिस अधिकारियों को दी । उनके द्वारा जब ये जानकारी उटीला थाने के द्वारा ग्राम बांधी खुर्द पहुंची तो वहां रुदन शुरू हो गया और चारो तरफ शोक की लहर फैल गई।