संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर नगर निगम चुनाव की हार के बाद इंदौर जनपद में अपना अध्यक्ष बनवाने की आस रख रही कांग्रेस को बुधवार को तगड़ा झटका लगा है। बीजेपी के प्रत्याशी विश्वजीत सिसौदिया के समर्थन में कांग्रेस समर्थक दो सदस्य टूट गए और क्रॉस वोटिंग कर दी, फाइनल रिजल्ट आया तो सिसौदिया के खाते में 14 और कांग्रेस के पास केवल 11 सदस्य ही रहे। इस तरह 25 सदस्यीय जनपद में जो अभी तक कांग्रेस के कब्जे में थी, बीजेपी ने जीत हासिल कर ली। इसके साथ ही महू जनपद में भी बीजेपी के सरदार मालवीय को अध्यक्ष चुना गया। दोनों जनपद में बीजेपी ने जीत हासिल की, लेकिन कांग्रेस के जिलाध्यक्ष सदाशिव यादव को पहले लगा कि वह जीत गए हैं, इसके बाद उन्होंने समर्थकों के साथ जश्न मनाना शुरू कर दिया, लोगों ने भी कंधे पर बैठाकर नाच लिया, लेकिन सच पता चलते ही उन्होंने सबको चुप कराया। वहीं बीजेपी के जिलाध्यक्ष डॉ. राजेश सोनकर, मंत्री तुलसी सिलावट, बीजेपी उपाध्यक्ष जीतू जिराती के साथ समर्थकों ने जश्न शुरू कर दिया।
'डीएनए में गद्दारी तो क्या करें'
सदाशिव यादव जो एक दिन पहले तक जीत के लिए आश्वस्त थे, हार के बाद निराश हो गए। उन्होंने द सूत्र से बात करते हुए कहा कि दो सदस्य कौन है, पता लगा रहे हैं, उन्हें पार्टी से बाहर किया जाएगा। पहले से ही पता था कि बीजेपी दांव चलेगी तो फिर चूक कैसे हुई, इस सवाल पर वह बोले कि जिनके डीएनए में गद्दारी आ जाए, तो उसके लिए पार्टी क्या कर सकती है। उन्हें कोई लालच मिला, हॉर्स ट्रेडिंग हुई, क्या दबाव रहा, क्या पद का लालच रहा यह तो वही बता सकते हैं, लेकिन यह सच है कि हमारे दो समर्थकों ने हमें धोखा दिया, हमारे 13 सदस्य थे और हम बहुमत में थे, बीजेपी ने हमारे लोग तोड़ लिए।
गुरुवार को सांवेर, देपालपुर के चुनाव
सांवेर और देपालपुर जनपद के अध्यक्ष का चुनाव गुरुवार को होना है और शुक्रवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव होना है। लेकिन अब इन जगह केवल बीजेपी के लिए औपचारिकता है, क्योंकि वह पूरी तरह से बहुमत में है।