Bhopal. शहर सरकार चुनने में राजधानी के लोगों का रुझान सुबह-सुबह सबसे कमजोर रहा। शुरूआती चार घंटे में जहां प्रदेश भर में 26 फीसदी मतदाता अपने वोट डालकर निकल गए। वहीं इसी दौरान भोपाल में बमुश्किल 18 फीसदी वोट ही डल सके। सबसे अधिक 47.20 प्रतिशत वोटिंग रतलाम में हुई। राजधानी में भी नए और पुराने शहर के बीच साफ अंतर झलकता रहा। जबकि हर वार्ड में दोनों दलों के प्रत्याशी और उनके कार्यकर्ता खासे सक्रिय रहे।
राजधानी सहित प्रदेश भर में नगरीय निकायों के लिए सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई। शुरुआत 4 घंटे यानी, सुबह 11 बजे तक शहर में 18.20 प्रतिशत वोटिंग हुई। शहर में कुछ जगह 25 से 30 प्रतिशत वोट डाले जा चुके हैं। कोलार इलाके में सबसे ज्यादा 21.25% वोटिंग हुई तो सबसे कम मध्य विधानसभा के अरेरा कॉलोनी, शाहपुरा जैसे पॉश इलाकों में हुई है। हुजूर, भोपाल उत्तर, नरेला और गोविंदपुरा विधानसभा में 15% से ज्यादा वोटिंग हो चुकी है। मध्य विधानसभा में सबसे कम 8.88% ही मतदान हुआ है।
ईवीएम बिगड़ी, बूथ् बदलने से भी परेशानी
इस बार कई वार्डों में वोटर्स के पोलिंग बूथ बदल दिए गए हैं। इससे मतदाता अपना वोट डालने के लिए यहां से वहां भटकते रहे। लोग अपना कार्ड और पर्ची लेकर यहां-वहां दौड़ते दिखे। कोलार के गेहूंखेड़ा इलाके के वोटर मनोज का केंद्र लालघाटी इलाके में पहुंच गया। इससे पहले हबीबिया स्कूल में EVM खराब हो गई। गैस राहत अस्पताल समेत कई बूथ पर ऐसा ही हुआ। इस कारण 1 घंटा तक वोटिंग देरी से हुई। मेयर पद की बीजेपी की प्रत्याशी मालती राय ने वोटिंग की टाइमिंग बढ़ाने की मांग की। मालती राय ने परिवार के साथ वोट डाला। कांग्रेस प्रत्याशी विभा पटेल ने परिचितों के साथ वोट डालने पहुंचीं। हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा पत्नी के साथ वोट डालने पहुंचे, जबकि गोविंदपुरा विधायक कृष्णा गौर भी वोट डालने पहुंची। कलेक्टर अविनाश लवानिया, नगर निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी ने चार इमली क्षेत्र के बूथ पर वोट डालने पहुंचे।बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने वार्ड 25 के सहयाद्री परिसर स्थित बूथ पर मतदान किया।