SATNA: विदेश में पैसा कमाने जा रहा था थाईलैंड पहुंच गया मलेशिया की जेल, संदेश मिलते ही परिजनों पर टूटा कहर, PM से मदद की गुहार

author-image
Sachin Tripathi
एडिट
New Update
SATNA: विदेश में पैसा कमाने जा रहा था थाईलैंड पहुंच गया मलेशिया की जेल, संदेश मिलते ही परिजनों पर टूटा कहर, PM से मदद की गुहार

SATNA. विदेश जाकर पैसा कमाने की चाहत रखने वाला एक युवक अचानक वहां की हवालात पहुंच गया। इसकी खबर जब परिजनों को लगी तो हड़कंप मच गया। जानकारी के अनुसार सतना शहर के बिरला टपरिया बस्ती निवासी अमित मल्लाह पिता राम जी मल्लाह (24 वर्ष) 12 एवं 13 जून की रात अपने घर से काम की तलाश में सतना से थाईलैंड के लिए गया था। अमित मल्लाह एजेंट के माध्यम से थाईलैंड के लिए घर से निकला था। वह कहां तक पहुंचा इसके बारे में परिजनों को जानकारी तब हुई जब अमित मल्लाह की आवाज में 20 जून को यह मैसेज मिला कि उसे मलेशिया की एलोर सेंटर जेल में कैद कर दिया गया है।  खबर सुनते ही युवक के माता पिता के होश उड़ गए। बेटे की रिहाई के लिए उसके माता पिता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सतना जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं। यह मामला तब सामने आया जब मलेशिया के जेल में कैद युवक के पिता रामजी मल्लाह ने वकील सुखेन्द्र पांडेय से मिले और पूरी व्यथा बता। अधिवक्ता पांडेय ने ट्विटर के माध्यम से भारतीय दूतावास से संपर्क किया और मदद मांगी। अधिवक्ता पांडेय ने मीडिया को बताया कि 14 जुलाई को भारतीय दूतावास को ट्वीट किया था।  15 जुलाई को मदद का आश्वासन मिला है।





 

कहा था 15 दिन में छूट जाएगा







मलेशिया की जेल में कैद युवक अमित के पिता मजदूरी करते हैं। उन्होंने अपने बेटे को विदेश भेजने के लिए कई हजार रुपए खर्च किए हैं। पिता राम जी मल्लाह ने मीडिया को बताया कि अपने बेटे को विदेश भेजने के लिए काफी दिक्कतों का बाद वीजा-पासपोर्ट तैयार कराया। इसमें 55 हजार रुपए तक खर्च हो गए। 13 जून को अमित कोलकाता से स्पाइसजेट के विमान एसजी 742 की सीट नंबर 23 ई से रवाना हुआ। 14 जून को वह बैंकाक पहुंच गया। इसी दिन मेरी बात हुई थी। पिता की बेटे से अंतिम बार बात 20 जून को हुई तभी उसने बताया कि उसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बाद में अमित के पिता राम जी को वीजा कराने वाले एजेंट के मैसेज से इस बात का पता चला कि बेटा मलेशिया की एलोर सेंटर जेल में कैद है, उसने आश्वस्त किया कि करीब 15 दिन में छूट जाएगा, लेकिन 1 माह बीत जाने के बाद भी अमित का कोई सुराग नहीं मिल रहा, जिसके बाद से सभी परेशान हैं।





बिहार के एजेंट ने बनवाया वीजा





अधिवक्ता सुखेन्द्र कुमार पांडेय ने इसे मानव तस्करी करार दे रहे हैं। पांडेय ने बताया कि अमित अपना पासपोर्ट भोपाल में बनवाया था। वीजा दिलाने में बिहार के गोपालगंज थाना के मोहम्मदपुर निवासी अरविंद उत्तम कुमार ने अहम भूमिका निभाई । अरविंद उत्तम कुमार असल में सागर मैन पावर सर्विसेज का एजेंट है। अमित का वीजा ऑन अराइवल 14 जून से 27 जून तक वैध था। वीजा तैयार कराने में यूपी के प्रयागराज के किसी बाल मुकुंद ने बिचौलिए की भूमिका निभाई थी। पिता राम जी मल्लाह के मुताबिक वीजा के एवज में उसके बेटे से 74 हजार रुपए लिए गए थे। जब वह गया था तब उसके अकाउंट में 55 हजार रुपए थे। अमित कम पढ़ा लिखा है उसे अंग्रेजी नहीं आती।





कैसे हुआ दलालों से संपर्क





बताया गया कि अमित मल्लाह के पिता रामजी मल्लाह मूल रुप से बिहार के रहने वाले हैं। वीजा के लिए संपर्क करने वाला अरविंद उत्तम कुमार भी  बिहार के गोपालगंज थाना अंतर्गत मोहम्मदपुर का रहने वाला है। जिसके द्वारा अमित के साथ ही एक अन्य युवक को भेजा गया था। अमित जेल में है, लेकिन दूसरा युवक कहां है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है।



Satna News भारतीय दूतावास सतना न्यूज़ Mp latest news in hindi एमपी लेटेस्ट न्यूज़ इन हिंदी प्रधानमंत्री Foreign tour Bangkok Malaysia jail Satna youth prisoner Bihar travel agent Visa passport Amit mallah विदेश में रोजी रोटी की तलाश थाईलैंड की जगह मलेशिया सतना के युवक को जेल मलेशिया की जेल अमित मल्लाह